CRPF जवान की आत्महत्या के मामले में परिजनों का धरना, दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग

CRPF Personnel  Suicide Case : जोधपुर में CRPF प्रशिक्षण केंद्र में जवान के आत्महत्या मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मृतक जवान के परिजन धरने…

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CRPF Personnel  Suicide Case : जोधपुर में CRPF प्रशिक्षण केंद्र में जवान के आत्महत्या मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मृतक जवान के परिजन धरने पर बैठ गए हैं। वे घटना के लगातार तीसरे दिन दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। परिवारीजनों का MGH यानी महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी में धरना जारी है। उन्होंने नरेश जाट के शव को उठाने से इनकार कर दिया है। बीती शाम सांसद हनुमान बेनीवाल भी मोर्चरी पहुंचे, और मृतक जवान के पिता से मुलाकात की।

बेनीवाल ने की CRPF के IG औऱ DIG को हटाने की मांग

RLP अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने जवान नरेश जाट को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में CRPF के IG और DIG को हटाने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने नरेश जाट के परिवार से मुलाकात की। पिता से मुलाकात कर कहा कि आपकी मांगों के लिए आंदोलन किया जाएगा। गौरतलब है कि जवान के पिता लिखमाराम ने करवड़ थाना में कथित दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।

पत्नी-बेटी को बंधक बनाकर की थी आत्महत्या

दरअसल जोधपुर में CRPF जवान ने 10 जुलाई की शाम को अपनी पत्नी और बेटी को बंधक बना लिया था औऱ खुद भी क्वार्टर में बंद हो गया था। लगभग 18 घंटे के बाद आखिर उसने खुद को गोली मार ली, जिससे उसकी मौते पर ही मौत हो गई। इससे पहले वह बार-बार बालकनी में आकर बाहर हवाई फायरिंग करता रहा था। इससे पहले करीब 17 घंटों तक उसने न किसी से फोन पर बात की और न ही किसी अधिकारी के समझाने पर उनकी बात मानी। पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ ने इसकी पुष्टि कर दी है। उन्होंने कहा कि नरेश जाट न खुद को ठोडी के नीचे गोली मार ली, जिससे उसकी मौत हो गई।

छुट्टी न मिलने से परेशान था नरेश

एक CRPF जवान की इस हरकत पर हर कोई हैरान हो गया था। बताया जा रहा है कि नरेश तीन सालों से CRPF के इस ट्रेनिंग सेंटर में तैनात था। उस इस दौरान कई छुट्टी नहीं मिली। इसलिए वह परेशान हो गया था और यह कदम उठा लिया। नरेश जाट पाली जिले के राजोला गांव का रहने वाला है। जवान को इतनी लंबी ड्यूटी के दौरान कोई छुट्टी न देने के लिए परिजन अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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