‘रजिस्टर्ड दलाल’ पर गर्माई सियासत, धर्मेंद्र राठौड़ ने मीडिया को दिखाया सोलंकी-पूनिया की मुलाकात का वीडियो

Rajasthan Politics : राजस्थान में कांग्रेस का सियासी संकट गहराता जा रहा है, बयानबाजी के इस दौर में कई शब्दों का जमकर इस्तेमाल हो रहा…

धर्मेंद्र राठौड़ ने मीडिया को दिखाया सोलंकी-पूनिया की मुलाकात का वीडियो

Rajasthan Politics : राजस्थान में कांग्रेस का सियासी संकट गहराता जा रहा है, बयानबाजी के इस दौर में कई शब्दों का जमकर इस्तेमाल हो रहा है। इसमें अब रजिस्टर्ड दलाल का नाम भी जुड़ गया है। इसी शब्द पर पलटवार करते हुए RTDC अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने गोविंदराम मेघवाल के साथ पत्रकार वार्ता कर कांग्रेस प्रभारी अजय माकन और वेद प्रकाश सोलंकी के खिलाफ सबूत पेश किए। और उन्हें भाजपा का ‘रजिस्टर्ड दलाल’ बताया।

होटल गणगौर में एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर उन्होंने बड़े खुलासे किए। उन्होंने वेदप्रकाश सोलंकी को निशाने पर लेते हुए एक वीडियो दिखाय़ा। जिसमें वे औऱ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया एक होटल में मिलते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह वीडियो जिला प्रमुख चुनाव से एक दिन पहले का है। इसमें सतीश पूनिया और वेद प्रकाश सोलंकी होटल में मिलते नजर आ रहे हैं। राठौड़ ने आरोप लगाया है कि सोलंकी ने चाकसू विधानसभा क्षेत्र से जीते दो सदस्यों जैकी टाटीवाल और रमा चोपड़ा के वोटों को बीजेपी को बेच दिया। जिसकी वजह से कांग्रेस इस चुनाव में हार गई थी।

यह मुलाकात जयपुर के मानसरोवर में स्थित एक होटल में हुई थी। 10 मिनट की मुलाकात के बाद वेद सोलंकी और सतीश पूनिया अलग-अलग निकले। राठौ़ड़ ने कहा कि सोलंकी के इस रवैए के चलते बहुमत के बावजूद कांग्रेस को जिला प्रमुख चुनाव में हार मिली। चाकसू के जिला परिषद सदस्य ने रमा चोपड़ा को वोट किया। रमा चोपड़ा बीजेपी के समर्थन से जिला प्रमुख बन गईं औऱ कांग्रेस इनकी गद्दारी की वजह से हार गई। अब बताइये गद्दार कौन है। प्रदेश कांग्रेस की ओर से इस घटना की रिपोर्ट गोविंद मेघवाल ने भेजी, लेकिन आज तक इस अनुशासनहीनता पर कार्रवाई नहीं हुई। मैं पूछना चाहता हूं कि अजय माकन ने इस घटना की रिपोर्ट के बाद क्यों नहीं कार्रवाई की। मानेसर गैंग के पापों को अजय माकन भी नहीं छुपा सकते।

तो वहीं गोविंदराम मेघवाल ने कहा कि राजस्थान के प्रभारी अजय माकन की भूमिका शुरू से संदिग्ध रही है। अब ये आलाकमान तय करें कि वो इस पद पर रहें या उन्हें हटाया जाए। इन सबके चलते अशोक गहलोत और कांग्रेस को कमज़ोर करने और राहुल गांधी की यात्रा को विफल करने की कोशिश की जा रही है।

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