मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने की मांग रही ‘अधूरी’..पीएम मोदी ने राजस्थान समेत 4 राज्यों को दी ये सलाह   

नरेंद्र मोदी ने मानगढ़ धाम में आयोजित गौरव गाथा कार्यक्रम को भारत माता की जय के नारे से संबोधित किया। उन्होंने आदिवासी शहीदों को एक…

मानगढ़ धाम को घोषित करने की मांग रही 'अधूरी'..पीएम मोदी ने 4 राज्यों को दी ये सलाह   

नरेंद्र मोदी ने मानगढ़ धाम में आयोजित गौरव गाथा कार्यक्रम को भारत माता की जय के नारे से संबोधित किया। उन्होंने आदिवासी शहीदों को एक बार फिर से याद किया। उऩ्होनें कहा कि आदिवासी शहीदों की इस पावन धरती पर आने का मुझे गौरव मिला है। उन्होंने राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत की तारीफ करते हुए कहा कि वे इस समय सबसे सीनियर नेता हैं। जब मैं गुजरात का सीएम था तब मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला। तब भी हम सबमें सबसे सीनियर थे और आज भी इस मंच पर वे सबसे सीनियर सीएम हैं।

पहले मानगढ़ का विश्वस्तरीय विकास, तब राष्ट्रीय स्मारक

वहीं मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार राज्यों राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों से अपील करता हूं। इसके लिए एक रोडमैप तैयार करें, इसके लिए वर्ल्ड क्लास विकास के लिए चारों राज्य काम करें। नरेंद्र मोदी ने कहा कि मानगढ़ धाम और गुरू गोविंद सिंह का स्मृति स्थल ऐसा तैयार किए जाए कि बाद में इसे राष्ट्रीय़ स्मारक नाम दें या और कोई नाम दें, नाम तो कुछ भी दे दिया जाएगा, लेकिन इसके पहले इसका विकास किया जाए।  

गौरवमयी है आदिवासी क्रांतिकारियों का इतिहास

पीएम मोदी ने कहा कि परसों गोविंद गुरू की जयंती थी मैं उन्हें नमन करता हूं। यहां आए आप सभी का अभिनंदन करता हूं। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आदिवासियों का इतिहास जितना गौरवमयी है उतना ही ज्यादा मार्मिक है। यह मानगढ़ धाम इन्ही आदिवासियों की धरती है। झारखंड के कोल विद्रोह के नायक बुधु भगत को आज कौन नहीं जानता। अंग्रेजों से खुद को आजाद कराने के लिए उन्होंने जिस तरह का आंदोलन चलाया उसे सुनकर आज भी सीना चौड़ा हो जाता है। साथ ही हजारों की संख्या में खुद का बलिदान देने वाले आदिवासिय़ों का कहानी सुनकर आंखों से आंसू तक आ जाते हैं।  

आदिवासियों के लिए कई योजनाएं

प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी जनता के लिए चलाई जा रही सरकार की कई योजनाओं की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कल शाम ही अहमदाबाद से उदयपुर चलने वाली ट्रेन को मैंने हरी झंडी दिखाई है। यह राजस्थान और गुजरात के आदिवासी लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा। इससे आदिवासी इलाकों को एक-दूसरे से जुड़ने का मौका मिलेगा।

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