Sarfaraz Khan के सपोर्ट में उतरा ये दिग्गज, कहा- उन्हें वनडे में जगह मिलनी चाहिए

Sanjay Manjrekar on Sarfaraz Khan : टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने हाल में टेस्ट डेब्यू करने वाले बल्लेबाज सरफराज खान…

sarfraz khan 01 2 | Sach Bedhadak

Sanjay Manjrekar on Sarfaraz Khan : टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर (Sanjay Manjrekar) ने हाल में टेस्ट डेब्यू करने वाले बल्लेबाज सरफराज खान (Sarfaraz Khan) को टीम इंडिया की वनडे टीम में शामिल करने की मांग की है। पूर्व क्रिकेटर का मानना है कि सरफराज खान को टीम इंडिया में मिडिल ऑर्डर में बतौर बल्लेबाज एक शानदार विकल्प हो सकते हैं। सरफराज खान ने राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का आगाज किया। उन्होंने अपने डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में शानदार अर्धशतक जड़ा है।

यह खबर भी पढ़े:- IND vs ENG : राहुल और जडेजा इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम तीन टेस्ट में शामिल, कोहली सहित इन खिलाड़ियों की हुई छुट्‌टी

राजकोट में खेले गए तीसरे टेस्ट की पहली पारी में सरफराज खान ने 66 गेंदों पर 62 रनों की शानदार पारी खेली। उन्होंने जडेजा के साथ मिलकर 5वें विकेट के लिए 71 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। दाएं हाथ के बल्लेबाज सरफराज खान ने दूसरी पारी में नाबाद 68 रन बनाए। भारत ने इस टेस्ट को चौथे दिन ही जीतकर पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है। टेस्ट सीरीज का चौथा मैच रांची में 23 फरवरी को खेला जायेगा।

sanjay 2 | Sach Bedhadak

सरफराज खान को वनडे में जगह मिली चाहिए: संजय मांजरेकर
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और कॉमेंटेटर की भूमिका निभा रहे संजय मांजरेकर ने राजकोट टेस्ट मैच खत्म होने के कुछ घंटे बाद सोशल मीडिया के अपने ऑफिशियल ‘X’ हैंडल पर लिखा, मेरा मानना है कि भारत को 50 ओवर के क्रिकेट के लिए मिडिल ऑर्डर में एक अच्छा विकल्प मिल गया है, जो मिडिल स्टेज में शानदार बल्लेबाजी कर सकता है।

बता दें कि सरफराज खान को भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी है। रण्जी ट्रॉफी के ब्रैडमैन कह जाने वाले सरफराज खान ने पिछले तीन सीजन से रणजी में कई रिकॉर्ड बनाए है। फिर भी उन्हें टीम में जगह नहीं मिल रही थी। जब उन्हें राजकोट में डेब्यू टेस्ट कैप दिया गया तो वह थोड़े इमोशनल हो गए थे। उनके पिता नौशान और उनकी उनकी माता रोमाना जहूर भी स्टेडियम में मौजूद थीं जिनके आखों से आंसू छलक पड़े।