Rajasthan Election 2023: समाजवादी नेता लोहिया ने अपनी पार्टी के नेता को मंच पर ही जड़ दिया था तमाचा

Rajasthan Election 2023: चुनावी दौर में सभाओं एवं रैलियों का आयोजन अपरिहार्य है। लेकिन क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि चुनाव सभा में पार्टी का सबसे बड़ा नेता सभा के मंच पर अपनी ही पार्टी के नेता को तमाचा जड़ दे। यह घटना वर्ष 1957 के चुनाव में भरतपुर से जुड़ी है।

नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया | Sach Bedhadak

Rajasthan Election 2023: चुनावी दौर में सभाओं एवं रैलियों का आयोजन अपरिहार्य है। लेकिन क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि चुनाव सभा में पार्टी का सबसे बड़ा नेता सभा के मंच पर अपनी ही पार्टी के नेता को तमाचा जड़ दे। यह घटना वर्ष 1957 के चुनाव में भरतपुर से जुड़ी है। प्रसिद्ध समाजवादी नेता डॉ. राम मनोहर लोहिया इस प्रसंग के नायक थे और चांटा खाने वाला नेता बाद में विधायक बना। भरतपुर के सूरदास के घर में चुनाव सभा आयोजित की गई थी। डॉ. राम मनोहर लोहिया समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में चुनाव प्रचार करने आए थे। विडम्बना देखिए कि लोहिया जी का भाषण सुनने के लिए कांग्रेस नेता थी सिंह भी सभा में मौजूद थे और वह भी जिले में बतौर कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे थे।

बकौल नत्थीसिंह- अपने भाषण के दौरान डॉ. लोदि‌या ने प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु एवं उनकी नीतियों की आलोचना की। इस कटु आलोचना से भाषण सुन रहे लोग असहज होकर सभा से जाने लगे। इतने में भरतपुर में समाजवादी पार्टी के स्थानीय नेता सुरेश शर्मा ने लोहिया जी के कान में नेहरू जी की आलोचना नहीं करने की राय देते हुए सभा बिखरने से अवगत कराया। इस पर गुस्साए लोहिया ने मंच पर ही सुरेश शर्मा को तमाचा मार दिया। इतना ही नहीं उन्होंने नेहरू की आलोचना का अपना प्रहार जारी रखा।

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बाद में दिया था स्पष्टीकरण

इस घटना का दसू रा मोड़ आया । सभा समाप्त होने पर लोहिया सुरेश शर्मा के घर भोजन करने गए। उन्होंने कहा- सुरेश तुम्हे मंच पर चांटा मारना बहुत बुरा लगा होगा, परंतु नेहरू के कार्यकलापों का भंडाफोड़ कर जनता को सचेत करना जरूरी है। हमारी आलोचना तो लोग सुन लेते हैं, कोई और आलोचना करे तो लोग उसके कपड़े फाड़ डालेंगे। इस स्थिति को देश हित में बदलना जरूरी है इसलिए नेहरु की आलोचना करना जरूरी हो जाता है। मंच पर चांटा खा चुके सुरेश कु मार शर्मा के जीवन में बीस साल बाद सुखद दौर आया। आपातकाल के पश्चात वर्ष 1977 के चुनाव में उन्हें भरतपुर से जनता पार्टी का प्रत्याशी बनाया गया। उनके सामने चुनाव मैदान में कांग्रेस उम्मीदवार रामस्वरूप थे जिन की पराजय 13 हजार 323 मतों से हुई।
सुरेश शर्मा को 21 हजार 112 वोट मिले जबकि रामस्वरूप को मात्र 7789 मतों पर संतोष करना पड़ा।

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“आपको खिलाते-खिलाते टांट गंजी हो गई”

राजस्थान विधानसभा में अपनी बात प्रमुखता से रखने वाले सुरेश कुमार शर्मा ने एक बार कांग्स के रे दिग्गज नेता खेलसिंह राठौड़ को करारा जवाब दिया। दरअसल पश्चिमी राजस्थान में साल दर साल अकाल एवं सूखा तथा शासन प्रशासन की कथित उपेक्षा का आरोप लगाते हुए राठौड़ ने अलग से मरु प्रदेश की मांग रखी थी। इस पर सुरेश शर्मा ने अपना गंजा सिर दिखाते हुए कहा था कि हमारे सरसब्ज इलाके के राजस्व से आपको खिलाते-खिलाते हमारी टांट गंजी हो गई है और आप किस मुंह से मरु प्रदेश की बात करते हैं। लोहिया जी के सभा मंच पर चांटा जड़ने की घटना के साक्षी नत्थी सिंह भी बाद में समाजवादी पार्टी में शामिल हुए तथा विधायक भी बने।

गुलाब बत्रा, वरिष्ठ पत्रकार