Rajasthan Election: अब भैरोंसिंह शेखावत के दामाद चित्तौड़गढ़ से लड़ेंगे चुनाव, विद्याधर नगर से कटा था टिकट

पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी को चित्तौड़गढ़ से टिकट दिया गया है.

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Rajasthan Assembly Election 2023 : जयपुर। राजधानी जयपुर की विद्याधर नगर विधानसभा सीट से टिकट कटने के बाद अब देश के पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी (Narpat Singh Rajvi) चित्तौड़गढ़ से चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने शनिवार दोपहर 83 उम्मीदवारों के नामों की लिस्ट जारी की। जिसमें नरपत राजवी को चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया है। इसके साथ ही बीजेपी ने चित्तौड़गढ़ से लगातार दो बार विधायक चुने गए चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट काट दिया है।

बता दें कि इससे पहले बीजेपी ने पहली सूची जारी कर जयपुर की विद्याधर नगर विधानसभा सीट से दीया कुमारी को टिकट दिया था। ऐसे में विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक चुने गए नरपत राजवी का टिकट कटने से हड़कंप मचा हुआ था। समर्थकों के साथ-साथ नरपत सिंह राजवी भी टिकट कटने से पार्टी नेतृत्व से काफी खफा थे। लेकिन, अब नरपत सिंह को चित्तौड़गढ़ से टिकट दिए जाने के बाद समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

चंद्रभान सिंह आक्या का टिकट कटा

चित्तौड़गढ़ विधानसभा सीट से लगातार दो बार विधायक बने चंद्रभान सिंह आक्या का बीजेपी ने इस बार टिकट काट दिया है। बीजेपी के चंद्रभान सिंह साल 2013 में कांग्रेस के पूर्व विधायक सूरेंद्र सिंह जाड़ावत को 11850 मतों से हराकर जीते थे। इसके बाद साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भी चंद्रभान सिंह ने कांग्रेस के सूरेंद्र सिंह जाड़ावत को 23894 मतों से शिकस्त दी थी।

अब तक कैसा रहा नरपत सिंह राजवी का राजनीतिक सफर?

राजस्थान के सीकर जिले में 23 जनवरी 1952 को जन्मे नरपत सिंह राजवी वर्तमान में विद्याधर नगर से विधायक है। वो विद्याधर नगर सीट से लगातार दो बार चुनाव जीत चुके है। उनका विवाह भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत की बेटी रतन कंवर से हुआ। चित्तौड़गढ़ विधानसभा सीट से राजवी दो बार विधायक बने। पहली बार वर्ष 1993 में और दूसरी बार वर्ष 2003 में वे चित्तौड़गढ़ से विधायक बने। 1998 के विधानसभा चुनाव में राजवी चुनाव हार गए थे।

साल 2008 में नरपत सिंह राजवी ने पहली बार विद्याधर नगर से चुनाव लड़ा और जीत मिली थी। इसके बाद वो साल 2013 और 2018 में इसी सीट से चुनाव लड़कर विधायक चुने गए। वे भैरोंसिंह शेखावत की राजनीतिक विरासत संभाल रहे हैं। नरपत सिंह राजवी के दो बेटे है। जिनमें से विक्रमादित्य सिंह राजवी वर्तमान में लंदन में पढ़ रहा है और उनका दूसरा बेटा अभिमन्यु सिंह राजवी वर्तमान में राजस्थान में भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष है। अभिमन्यु को नरपत सिंह राजवी के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता है।

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