आशुसिंह सुरपुरा की झोटवाड़ा से दावेदारी, बीजेपी के लिए कितना मुश्किल, त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना

राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति दलों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बागी बनकर उभर रहे है। भाजपा की पहली सूची जारी होने के साथ ही कई सीटों पर विरोध के सूर उठते नजर आ रहे है।

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Rajasthan Assembly Election 2023 : राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति दलों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बागी बनकर उभर रहे है। भाजपा की पहली सूची जारी होने के साथ ही कई सीटों पर विरोध के सूर उठते नजर आ रहे है। इन्हीं सीटों में से एक झोटवाड़ा विधानसभा में भी बीजेपी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। यहां से भाजपा प्रत्याशी राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का लगातार विरोध देखने को मिल रहा है।

राजपाल के बाद अब आशुसिंह सुरपुरा मैदान में

झोटवाड़ा से 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के पूर्व प्रत्याशी राजपाल सिंह शेखावत के बाद अब टिकट के लिए यहां से दावेदारी कर रहे आशुसिंह सुरपुरा ने भी शनिवार को निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। आशुसिंह सुरपुरा 2018 के चुनाव में भी बीजेपी से टिकट की दावेदारी कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने तब पार्टी ने राजपाल सिंह शेखावत को टिकट दे दिया था। अब पार्टी ने झोटवाड़ा से चौंकाते हुए राज्यवर्धन सिंह को मैदान में उतारा है। जिनका विरोध लगातार जारी है।

त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना

भाजपा के पूर्व प्रत्याशी राजपाल सिंह शेखावत के बाद अब टिकट के लिए यहां से दावेदारी कर रहे आशुसिंह सुरपुरा ने भी शनिवार को निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान के बाद बीजेपी की परेशानी को बढ़ा दिया है। अब झोडवाड़ा विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना जताई जा रही है। अगर ऐसा होता है तो राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के लिए यहां से चुनाम जीत आसान नहीं होगा।