सिकराय से ममता भूपेश को मौका, पिछली बार 33,783 वोटों से जीती…लोग कहते हैं वसुंधरा की हमशक्ल

राजस्थान में बीजेपी ने अपनी दूसरी और कांग्रेस ने पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस बीच कांग्रेस की पहली लिस्ट में शामिल सिकराय से कांग्रेस प्रत्याशी ममता भूपेश को लेकर एक बात की कई जगहों पर चर्चा है।

Rajasthan Police 86 | Sach Bedhadak

Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में बीजेपी ने अपनी दूसरी और कांग्रेस ने पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस बीच कांग्रेस की पहली लिस्ट में शामिल सिकराय से कांग्रेस प्रत्याशी ममता भूपेश को लेकर एक बात की कई जगहों पर चर्चा है। अक्सर ममता भूपेश को लोग कहते है कि उनकी शक्ल पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मिलती है। इससे जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा भी है। आइए जानते है..

2018 में बनी विधायक

राजनीतिक गलियारों में ममता भूपेश को बीजेपी की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की हमशक्ल के तौर पर भी जाना जाता है। 2018 में ममता भूपेश को जनता ने सिकराय से विधायक चुनकर भेजा। 2018 के चुनाव में 50 साल की ममता भूपेश ने बीजेपी के विक्रम बंसीवाल को 33,783 वोटों से हराया। इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ममता भूपेश को महिला एवं बाल विकास विभाग का कैबिनेट मंत्री बनाया।

संविधान पार्क के उद्घाटन में दिलचस्प किस्सा

जयपुर के राजभवन में संविधान पार्क के उद्घाटन समारोह के दौरान एक दिलचस्प किस्सा हुआ। जब कैबिनेट मंत्री ममता भूपेश कार्यक्रम में पहुंचीं तो कार्यक्रम के संचालन ने दूर से ही ममता भूपेश को वसुंधरा राजे समझ लिया। समारोह में उन्होंने घोषणा करते हुए कहा, ‘बीजेपी की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी हमारे बीच पहुंत चुकी है। जिनका हम अभिनंदन करते हैं। बाद में जब वहां मौजूद लोग हंसने लगे तो उद्घोषक को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने अपनी गलती सुधारते हुए कहा कि मुझे दूर से देखने पर ऐसा लग रहा था मानो वसुंधरा राजे आ गई हों।

ममता भूपेश पर एक बार फिर भरोसा

कांग्रेस की 33 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद इसमें सिकराय विधानसभा से ममता भूपेश का नाम सामने आया. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए ममता भूपेश ने कहा, ‘मैं धन्यवाद देना चाहूंगी कि पार्टी ने मुझ जैसे साधारण कार्यकर्ता पर भरोसा दिखाया और मुझे सिकराय से दोबारा मौका दिया है. उन्होंने पार्टी को भरोसा दिलाया कि क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए विकास कार्यों और जनता के विश्वास के आधार पर वे एक बार फिर सिकराय सीट जीतकर कांग्रेस की झोली में डालेंगे।