चुनाव से पहले बाहर आया फोन टैपिंग का ‘जिन्न’, शर्मा ने पूर्ववर्ती सरकार पर लगाए कई बड़े आरोप

Lok Sabha Election 2024 : अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने चुनाव से पहले पूर्ववर्ती सरकार को लेकर कई बड़े खुलासे किए।

Lokesh Sharma 1 | Sach Bedhadak

Lok Sabha Election 2024 : जयपुर। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण से ठीक पहले अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की सरकार में उनके ओएसडी रहे लोकेश शर्मा (Lokesh Sharma) ने पूरे राजस्थान की राजनीति में भूचाल ला दिया है। लोकेश शर्मा ने पूर्व सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ प्रेसवार्ता कर अहम खुलाए किए हैं। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए लोकेश शर्मा ने फोन टैंपिंग प्रकरण को लेकर कहा कि उसके ओडियो टेप सोशल मीडिया से नहीं मिले थे, बल्कि अशोक गहलोत ने खुद उन्हें दिए थे, जिसे गहलोत के कहने के बाद मीडिया को अन्य मोबाइल नंबर के जरिए शेयर किया था।

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शर्मा ने कहा कि गहलोत ने उन्हें एक होटल बुलाया था, जहां उन्होंने पेन ड्राइव दी और कहा कि इसे मीडिया में सर्कुलेट करवाओ। मैंने पेन ड्राइव से उसे लैपटॉप में लिया, फिर फोन के जरिए मीडिया में सर्कुलेट किया। पेपर लीक पर लोकेश ने कहा कि रीट मामले में पेपर लीक करवाने में गहलोत सरकार के सिस्टम की मिलीभगत थी। गहलोत के पास गृह विभाग था। फोन टैपिंग और पेपर लीक मामले की पूरी जानकारी उस वक्त के डीजीपी और सीएम
सचिव को थी।

उन्होंने गहलोत सरकार के कार्यकाल में हुए करप्शन पर निशाना साधते हुए कहा कि कोरोना काल में उपकरण खरीदने में जो खेल हुआ, वह मानवता के नाम पर कलंक है। इसके अलावा 1 हजार करोड़ का खान घोटाला, 7 हजार 400 करोड़ का मोबाइल घोटाला और ग्रामीण खेलों के नाम पर धांधली की गई।

मेरा इस्तेमाल किया

शर्मा ने कहा कि मेरे राजनीतिक गुरु अशोक गहलोत ने अपनी कुर्सी को बचाने के लिए मेरा इस्तेमाल किया था। उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया था, इसलिए मैंने उनके आदेश की पालना की। गहलोत को मुझ पर संदेह था इसलिए उन्होंने मेरा फोन डिस्ट्रॉय करवाया। यही वजह है कि 26 नवंबर, 2021 को मेरे कार्यालय में SOG की आड़ में रेड करवाई गई थी।

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शर्मा ने कहा कि जब सरकार बच गई तो मेरे केस के बारे में बात करना बंद कर दिया। उन्होंने कहा कि गहलोत के कहने पर ही गजेंद्र सिंह शेखावत की छवि खराब करने के लिए संजीवनी क्रेडिट सोसायटी का मुद्दा उठाया गया था।