संसद सुरक्षा चूक के साजिशकर्ता को बताया क्रांतिकारी योद्धा, किसने चिपकाए ललित झा के घर पोस्टर?

संसद सुरक्षा चूक की साजिश के साजिशकर्ता ललित झा के घर में पोस्टर लगाए जाने का मामला सामने आया है। जिसमें मुख्य आरोपी ललित झा को क्रांतिकारी योद्धा बताया गया है।

Lalit Jha

Lalit Jha : नई दिल्ली। संसद सुरक्षा चूक मामले में दिल्ली पुलिस अब आरोपियों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ में जुटी हुई है। इसी बीच संसद सुरक्षा चूक की साजिश के साजिशकर्ता ललित झा के घर में पोस्टर लगाए जाने का मामला सामने आया है। जिसमें मुख्य आरोपी ललित झा को क्रांतिकारी योद्धा बताया गया है। ऐसे में सवाल ये है कि आखिर ललित झा के घर पर ऐसे पोस्टर किसने लगवाए है? फिलहाल, पुलिस पोस्टर लगाने वाले लोगों की तलाश में जुटी हुई है।

दरभंगा के रामपुर उदय गांव में ललित झा के घर चिपकाए गए पोस्टर्स मामले में भाई हरिदर्शन झा उर्फ सोनू ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। बहेड़ा थाना पुलिस के मुताबिक ललित झा के भाई हरिदर्शन ने बताया कि बुधवार शाम दो अनजान युवक घर पर आए। जिनमें से एक मुंबई और दूसरा हरियाणा का रहने वाला था। दोनों अनजान युवकों ने कहा कि ललित ने कायर का काम नहीं किया है और वह क्रांतिकारी योद्धा है। हम ललित से मिलने के लिए आपकी यात्रा का इंतजाम कर देंगे।

ललित के भाई ने बताया कि दोनों कुछ देर घर पर रुके और एक पोस्टर चिपकाने के बाद चले गए। इस घटना के बाद राष्ट्रीय लोक आंदोलन की कार्यकारी अध्यक्ष कल्पना ईनामदार व बलवीर सिंह ने ललित के पिता-माता व भाई से मुलाकात कर मामले में सहयोग करने की बात कही। वहीं, पुलिस पोस्टर लगाने वाले युवकों की तलाश में जुटी हुई है।

जानें-पोस्टर में क्या?

रामपुर उदय गांव में ललित के घर चिपकाए गए पोस्टर में ललित झा, नीलम, मनोरंजन सागर, अमोल शिंदे व महेश की फोटो सहित कई बातें लिखी हैं। पोस्टर में लिखा है कि हमें भूख, बेरोजगारी व महंगाई से आजादी चाहिए। पोस्टर में कल्पना ईनामदार की तस्वीर और मोबाइल नंबर का भी जिक्र है।

आमने-सामने बिठाकर आरोपियों से पूछताछ

इधर, संसद सुरक्षा चूक मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक सागर शर्मा, मनोरंजन डी, अमोल शिंदे, नीलम देवी, ललित झा और महेश कुमावत को गिरफ्तार किया है। जिनसे पहले अलग-अलग बिठाकर पूछताछ की गई। लेकिन, अब सभी आरोपियों से आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जा रही है। सभी आरोपियों पर कड़े गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज है। वहीं, पुलिस ने ललित की निशानदेही पर राजस्थान के नागौर से जली हालत में जो मोबाइल जब्त किए है, उनसे फॉरेंसिक विभाग डेटा रिकवर की कोशिश में जुटा हुआ है।

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