Congress President Election : सीएम गहलोत ने अध्यक्ष के लिए पीसीसी में डाला वोट, कहा- गांधी परिवार से मेरा रिश्ता तर्क से परे

कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग शुरू हो चुकी है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके बेटे नकुल नाथ ने भोपाल पीसीसी…

Congress President Election : सीएम गहलोत ने अध्यक्ष के लिए पीसीसी में डाला वोट, कहा- गांधी परिवार से मेरा रिश्ता तर्क से परे

कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग शुरू हो चुकी है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके बेटे नकुल नाथ ने भोपाल पीसीसी में सबसे पहले मतदान किया। अभी तक पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दिल्ली स्थित AICC दफ्तर में वोट डाला। वहीं सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने भी AICC दफ्तर में कांग्रेस अध्यक्ष के लिए वोटिंग कर दी है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बेंगलुरू में वोट डाल दिया है।

गांधी परिवार से मेरे रिश्ते तर्क से परे- अशोक गहलोत

दूसरी तरफ राजस्थान पीसीसी में वोट डालने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पहुंचे, उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए वोट डाला। गहलोत के साथ पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पीसीसी डेलिगेट्स भी पहुंचे हैं। अशोक गहलोत ने यहां मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस में हमेशा से संविधान और नीतियों के अनुरूप कार्य हो रहा है।

कांग्रेस अध्यक्ष पद का यह चुनाव भी संविधान के तहत हो रहा है। कांग्रेस कभी भाजपा की तरह काम नहीं करती। अशोक गहलोत ने कहा है कि गांधी परिवार के साथ मेरे जो रिश्ते हैं वो तर्क से परे हैं। विनोबा भावे का जो गीता के साथ रिश्ता था। वहीं रिश्ता मेरा गांधी परिवार के साथ है। 19 अक्टूबर के बाद भी मेरे रिश्ते गांधी परिवार के साथ ऐसे ही रहेंगे।

भाजपा पर जमकर साधा निशाना

भाजपा सरकार में तो कानून के प्रतिकूल फैसले होते हैं। भाजपा को असहमति और आलोचना बर्दाश्त नहीं होती। गहलोत ने कहा कि अगर देश में विपक्ष नहीं होगा तो लोकतंत्र कैसे होगा। देश में विपक्ष की भूमिका कांग्रेस ने बखूबी निभाई है। गहलोत ने भाजाप को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आग लगाना तो बहुत आसान होता है लेकिन बुझाना बहुत मुश्किल। भाजपा धर्म, समाज के नाम पर भड़काने का काम कर रही है।  वहीं अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे को समर्थन के सवाल पर कहा कि मैं खड़गे का प्रस्तावक बनकर उनका नामांकन कराने गया था। अगर प्रस्तावक किसी के नाम का समर्थन करता है तो इसमें गलत क्या है।

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