गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले ATS-GST की बड़ी कार्रवाई, 13 जिलों में 150 ठिकानों पर की छापेमारी

गुजरात में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावों को पार्टियां जोड़-तोड़ मेहनत भी कर रही हैं। इसी चुनावी सरगर्मी के बीच एटीएस ने गुजरात…

गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले ATS-GST की बड़ी कार्रवाई, 13 जिलों में 150 ठिकानों पर की छापेमारी

गुजरात में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावों को पार्टियां जोड़-तोड़ मेहनत भी कर रही हैं। इसी चुनावी सरगर्मी के बीच एटीएस ने गुजरात में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। बता दें कि एटीएस ने जीएसटी विभाग के साथ मिलकर सूरत, अहमदाबाद, जामनगर, भरूच और भावनगर जैसे लगभग 13 जिलों में 150 ठिकानों पर छापेमारी कार्रवाई की है। छापेमारी के दौरान टीम ने अलग-अलग जिलों से 61 से ज्यादा लोगों गिरफ्तार भी किया है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले की गई यह कार्रवाई काफी अहम मानी जा रही है। वहीं अब इस कार्रवाई के बाद गुजरात में सियासी पारा बढ़ गया है।

गुजरात में एटीएस की ताबड़तोड़ कार्रवाई

बता दें कि एटीएस की इस कार्रवाई में एसओजी और स्थानीय पुलिस भी शामिल है। जानकारी के मुताबिक यह कार्रवाई टैक्स चोरी और अंतरराष्ट्रीय मार्गों से पैसे के लेन-देन की जांच के लिए की जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, साजिद अजमल शेख और शहजाद नाम के शख्स पिछले कई दिनों से एटीएस के रडार पर थे। एटीएस ने शुक्रवार रात सबसे पहले इन्हीं दो लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं जांच में पाया गया है कि साजिद और शहजाद कथित तौर पर पूरे राज्य में जीएसटी चोरी का एक बड़ा रैकेट भी चलाते है। मामले में करोड़ों रुपये की जीएसटी चोरी बताई जा रही है। हालांकि इन छापेमारियों में कितने पैसे बरामद किए गए या कितना टैक्स चोरी पकड़ा गया है, इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
आयकर विभाग ने भी

एक और पांच दिसंबर को होंगे चुनाव

बता दें कि गुजरात में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। गौरतलब है कि पिछले 27 सालों से बीजेपी ही गुजरात की सत्ता पर काबिज है। ऐसे में इस बार कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी बीजेपी को मात देने के लिए कड़ा प्रयास कर रहे हैं। एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में चुनाव होंगे और 8 दिसंबर को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। ऐसे में चुनाव से पहले हुई छापेमारी से पुरे राज्य में हलचल मची हुई हैं। साथ ही अगर इस कार्रवाई में गिरफ्तार हुए लोगों का संबंध किसी राजनेता से पाया जाता है तो यह मुद्दा एक बड़ा चुनावी मुद्दा बन सकता है।

( कंटेंट – इशिका जैन )

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