Rajasthan Politics : वसुंधरा राजे की तारीफ में इतनी बड़ी बात कह गए सीएम अशोक गहलोत

हनुमानगढ़। राजनीतिक तौर पर एक-दूसरे के धुर विरोधी अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे को लेकर एक नई सियासत शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत…

वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत

हनुमानगढ़। राजनीतिक तौर पर एक-दूसरे के धुर विरोधी अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे को लेकर एक नई सियासत शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2020 में सरकार गिरने के दौर का जिक्र करते हुए वसुंधरा राजे की तारीफ की है। साथ ही कैलाश चौधरी कैलाश मेघवाल के लिए भी अच्छे शब्द कहे हैं।

मानेसर वाले कांड में मुख्य साजिशकर्ता थे शेखावत

हनुमानगढ़ के रावतसर में मीडिया से बातचीत करते हुए अशोक गहलोत ने गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम लेते हुए कहा कि यह हमारी सरकार गिराने का मुख्य साजिशकर्ता रहा है। 2020 में हमारे 19 विधायक इसके कहने पर ही मानेसर गए थे। इसने हमारे विधायकों को जाने कौन-कौन सा लालच दिया और इन सब में अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान भी साथ थे। इन सभी का एक-दूसरे से संपर्क होता रहता था। सारी बातें इधर से उधर पहुंचाई जाती थींं। हमें सब पता है इन्होंने इतना बड़ा कांड कर दिया फिर भी इन्हें शर्म नहीं आती है एक चुनी हुई सरकार को , लोकतांत्रिक तरीके से जनता ने जिसे चुना है, उसे यह षड्यंत्र करके गिराने की कोशिश करते हैं।

भैरो सिंह शेखावत की सरकार गिराने से मैंने मना कर दिया था

भैरो सिंह शेखावत के कार्यकाल का जिक्र करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि जब भैरों सिंह शेखावत राजस्थान के मुख्यमंत्री थे और एक बार बीमार हो गए थे तो अपना इलाज करवाने वह विदेश गए थे लेकिन यहां राजस्थान में उनकी सरकार गिराने का षडयंत्र रचा गया था। उस समय में प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष था। मैंने दो टूक कहा कि एक आदमी बीमार है और आप उनके पीठ पीछे सरकार गिराने की साजिश कर रहे हैं। इस कुकर्म में मैं आपका साथ नहीं दूंगा। यहां तक कि सरकार गिराने की बात तत्कालीन गवर्नर बलिराम भगत को भी पता थी और फिर उसके  बाद भैरों सिंह शेखावत को भी बात पता चल गई। 

वसुंधरा राजे भी इसी लाइन पर चलीं तो क्या गलत है

अशोक गहलोत ने कहा कि जब मैं प्रदेश अध्यक्ष था और मैंने भैरो सिंह शेखावत की सरकार को गिराने से साफ-साफ मना कर दिया। उसी तरह वसुंधरा राजे कैलाश मेघवाल ने भी सरकार गिराने में शामिल होने से मना कर दिया।उन्होंने यह कहा था कि हमारे यहां हॉर्स ट्रेडिंग कर सरकार गिराने का रिवाज नहीं है। इसमें वसुंधरा राजे ने क्या गलत कहा। वो इसी लाइन पर चली हैं। सच ही है कि राजस्थान की परंपरा नहीं है। आप गुजरात में देखिए कि वहां बीजेपी का बहुमत है फिर भी वह हमारे कांग्रेस के विधायकों को खरीद रही है। हर तरह का उनको लालच दिया है, उन्होंने हमारे विधायक को खरीद लिया और फिर से अनैतिक तरीके से उन्होंने वहां सरकार बना ली। यह कांग्रेस को पूरी तरह खत्म करना चाहते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *