बाड़मेर में 5 बच्चों की मां तीन साल से जंजीरो में कैद…एक सदमे से बर्बाद हुई मासूमों की जिंदगी

बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर में एक महिला पिछले तीन सालों से खेजड़ी के पेड़ के नीचे जंजीरो में कैद है। उसके पांच मासूम बच्चे उसे…

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बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर में एक महिला पिछले तीन सालों से खेजड़ी के पेड़ के नीचे जंजीरो में कैद है। उसके पांच मासूम बच्चे उसे जंजीरो में कैद देखकर सिवाय रोने को मजबूर है। महिला की ऐसी हालत के बाद परिवार की दयनीय स्थिति हो गई कि बच्चों के भूखे मरने नौबत आ गई है।

बेबस मां को पेड़ पर जंजीरों से बंधे देखकर बच्चे एकटक निहारते रहते है, लेकिन कुछ कर नहीं पाते। यह घटना गुड़ामालानी क्षेत्र के बांड के राजुओणी मेघवाल की ढाणी है। यहां मानी देवी (30) पिछले 3 साल से खेजड़ी के पेड़ से जंजीरो में कैद है। अपने 5 मासूम बच्चों के लिए तिल तिल रो रही महिला जन्म से मानसिक विक्षिप्त नहीं है।

दरअसल, करीब तीन साल पहले मानी देवी के पति खुमाराम मेघवाल की मौत हो गई। पति की मौत से मानी देवी को ऐसा सदमा लगा कि वह पिछले 3 साल से जंजीरो में कैद है।

जानकारी के मुताबिक, बांड निवासी खुमाराम की शादी नगर निवासी मानी देवी के साथ हुई थी। करीब तीन साल पहले खुमाराम की मौत हो गई। पति की मौत के बाद पत्नी मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गई। इसके बाद परिजनों ने कई बार इलाज करवाया, लेकिन आर्थिक हालत ऐसे थे कि उन्हें किसी महंगे अस्पताल में भर्ती नहीं करवाया पाए।

मानसिक रूप से विक्षिप्त मानी देवी के विडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब प्रशासन व भामाशाह उसकी मदद के लिए आगे आए। वहीं नोखड़ा तहसीलदार किसनाराम चौधरी, पूर्व डीजीपी सांगाराम जांगिड़ सहित कई लोग मौके पर पहुंचे और महिला को 108 एंबुलेंस से बाड़मेर अस्पताल रेफर कर दिया गया। पूर्व डीजीपी सांगाराम जांगिड़ ने महिला के इलाज की पूरी जिम्मेदारी ली है और परिवार की दयनीय स्थित पर नगद आर्थिक मदद के साथ परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।