Jaipur News: हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद महापौर मुनेश गुर्जर ने फिर संभाली मेयर की कुर्सी

राजस्थान हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद मुनेश ने एक बार फिर मेयर का पद संभाल लिया है। मुनेश गुर्जर अपने समर्थकों के साथ निगम कार्यालय पहुंचे और पदभार ग्रहण किया। इस दौरान मुनेश के समर्थन जोश में नजर आए।

Rajasthan Police 2023 12 04T152439.168 | Sach Bedhadak

Jaipur News: राजस्थान हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद मुनेश ने एक बार फिर मेयर का पद संभाल लिया है। मुनेश गुर्जर अपने समर्थकों के साथ निगम कार्यालय पहुंचे और पदभार ग्रहण किया। इस दौरान मुनेश के समर्थन जोश में नजर आए। नगर निगम मेयर का पदभार ग्रहण करने के बाद मुनेश गुर्जर ने कहा- सत्य का रास्ता कठिन हो सकता है, लेकिन मुश्किल नहीं है। यह जीत सत्य की जीत है। न्यायपालिका पर मुझे पूरा विश्वास था। ईश्वर पर मेरी आस्था थी। उसी का नतीजा है कि मुझे तीसरी बार मेयर पद पर पदभार ग्रहण करने का मौका मिला है। इसलिए मैं यही कहना चाहती हूं कि ‘सत्यमेव जयते’।

हाईकोर्ट ने निलंबन पर रोक लगा दी थी

मुनेश गुर्जर ने सरकार के इस फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। 23 अगस्त को कोर्ट ने सरकार के निलंबन आदेश पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने निलंबन पर रोक लगाते हुए कहा कि सरकार प्रारंभिक जांच के बिना मेयर को निलंबित नहीं कर सकती है। इस निलंबन में सरकार द्वारा अपनायी गयी कानूनी प्रक्रिया पूरी तरह से गलत है। हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद मुनेश गुर्जर 24 अगस्त को अपने समर्थकों के साथ निगम कार्यालय पहुंचे और कार्यभार संभाला।

5 अगस्त को पहली बार निलंबित

एसीबी ने 4 अगस्त 2023 को जयपुर हेरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर के घर पर छापा मारा था। टीम ने मेयर के पति सुशील गुर्जर और दो दलालों को गिरफ्तार किया था। सुशील पर पट्टा बनाने के बदले 2 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप था। मेयर के घर पर तलाशी के दौरान 40 लाख रुपये कैश मिले, जिसके लिए नोट गिनने की मशीन मंगवानी पड़ी थी। इसके साथ ही एक दलाल के घर से 8 लाख रुपये नकद भी बरामद हुए। इसके बाद 5 अगस्त को स्वायत्त शासन विभाग ने मुनेश गुर्जर को मेयर पद से निलंबित कर दिया।

22 सितंबर को दूसरी बार निलंबित किया गया

एसीबी ने 4 अगस्त 2023 को हेरिटेज निगम मेयर मुनेश गुर्जर के घर पर छापा मारा था। मेयर के पति सुशील गुर्जर और दो दलालों को गिरफ्तार किया गया था। सुशील पर पट्टा बनाने के बदले 2 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप था. मेयर के घर की तलाशी में मिले 40 लाख कैश. इसके साथ ही एक दलाल के घर से 8 लाख रुपये नकद भी बरामद हुए. स्वायत्त शासन विभाग ने 5 अगस्त को मुनेश गुर्जर को मेयर और पार्षद पद से निलंबित कर दिया था. 23 अगस्त को मुनेश को कोर्ट से राहत मिल गई और मुनेश फिर से मेयर की कुर्सी पर बैठ गईं. 1 सितंबर को राज्य सरकार ने मुनेश गुर्जर को निलंबित करने का फैसला वापस ले लिया. 22 सितम्बर को पुनः निलंबित कर दिया गया।

रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया

गौरतलब है कि जयपुर हेरिटेज नगर निगम मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर को एसीबी ने 4 अगस्त को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। जिसके बाद सरकार ने मेयर मुनेश गुर्जर को निलंबित कर दिया था। इस रिश्वत कांड में मेयर की संलिप्तता सामने आयी।