चुनावी भाषण नहीं.. जनता को ERCP की सौगात दें, PM मोदी के अजमेर दौरे पर डोटासरा का पलटवार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अजमेर दौरे को लेकर कांग्रेस ने उन पर तीखा हमला बोला है। पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि नरेंद्र…

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अजमेर दौरे को लेकर कांग्रेस ने उन पर तीखा हमला बोला है। पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि नरेंद्र मोदी चार-पांच दफा राजस्थान आ चुके हैं, वे आते हैं, कांग्रेस के बारे में भला-बुरा बोलते हैं, वादे करते हैं और चले जाते हैं। इस बार आप आ ही रहे हैं तो चुनावी भाषण नहीं बल्कि जनता को ERCP की सौगात देकर जाइए।

अपने ही लोगों को एकजुट नहीं कर पा रहे हैं

डोटासरा ने कहा कि मोदी बार-बार राजस्थान आकर आखिर करना क्या चाहते हैं, वे अपने 25 के 25 सासंदों को कुछ नहीं दे पा रहे हैं, ना ही वे एकजुटता का कोई संदेश दे पा रहे हैं। राजस्थान ये यहां पर 3 मंत्री हैं तो उनके भी वे विभाग बदल रहे हैं। वे राजस्थान को कोई बड़ा प्रोजेक्ट भी नहीं दे रहे हैं। अब से कुछ ही महीनों में चुनाव में जाना है, तो उनको ERCP की घोषणा करनी चाहिए, भले ही राजनीतिक लाभ के लिए करें।

आते हैं और चुनावी भाषण देकर चले जाते हैं

डोटासरा ने हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री चुनाव के लिए आते हैं, धर्म जाति में भेदभाव करने वाले बयान देकर चले जाते हैं। ये देश में सिर्फ चुनाव जीतने के एजेंडे से काम कर रहे हैं ना कि देश के विकास के एजेंडे से काम कर रहे हैं। आज जंतर मंतर पर पहलवान बैठे हैं, हक की लड़ाई लड़ रहे हैं, इस मामले पर ना मोदी बोल रहे हैं ना उनके नेता कुछ कह रहे हैं। अत्याचार होने के बावजूद भी कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। ऐसा लगता है कि जनता ने चुनाव लड़ने के लिए ही सत्ता इन्हें सौंपी थी। डोटासरा ने कहा कि केंद्र में जब UPA सरकार थी तो विपक्ष की हर बात सुनी जाती थी। उस पर कार्यवाही होती थी, बकायदा प्रेस नोट जारी होता था, जांच होती थी।

प्रधानमंत्री को भ्रष्टाचार से कोई परहेज नहीं

लखीमपुर हिंसा का जिक्र करते हुए डोटासरा ने कहा कि एक मंत्री का बेटा किसानों पर गाड़ी चढ़ा देता है लेकिन कोई इस्तीफा नहीं, कोई बयान नहीं, कोई संज्ञान नहीं लिया जाता। अब एक सांसद जिस पर 32 मुकदमें है, उसके खिलाफ कोई बोलने को तैयार नहीं है। ये देश से भ्रष्टाचार मिटाने की बात करते हैं, इन्होंने अपने मंत्रिमंडल से 14 मंत्रियों को हटाया, जो मीडिया के जरिए पता चला कि ये भ्रष्टाचारी थे, इससे पता चलता है कि इन्हें भ्रष्टाचार से कोई परहेज नहीं है।

ये सिर्फ मन की बात करते हैं काम की बात नहीं करते। कितनी भी थोथी घोषणाएं कर दें, राजस्थान में हमारी सरकार ने जो काम किय़ा है, कॉलेज खुल रहे हैं, स्कूल खुल रहे हैं, कोरोना में काम हुआ है। राजस्थान की जनता मन बना चुकी है कि इस बार कांग्रेस को ही वापस लेकर आना है ये कितने भी दौरे कर लें कितने भी चुनावी भाषण दे दें।

कांग्रेस के लिए सरकार मन बना चुकी है

डोटासरा ने कहा कि हमारी सरकार ने किसान को संबल देना का काम किया है, पानी, बिजली, सड़क, अस्पताल हर क्षेत्र में काम किया है। 9 में से एक उपचुनाव भाजपा जीती है। इन्होंने एक चुनाव बेनीवाल की पार्टी के साथ जीता है। हनुमान बेनीवाल ने उनके सहयोग से सासंद का चुनाव लड़ा था। उनको ही वो राजी नहीं कर सके, उन्हें ही वे संतुष्ट नहीं कर सके तो राजस्थान की जनता को संतुष्ट कहां से करेंगे। तो आज प्रधानमंत्री राजस्थान में सिर्फ चुनावी भाषण ना दें, मानगढ़ में सरकार से रिपोर्ट लेकर घोषणा करने वाले थे तो वो करें।

संजीवनी मामले में एक्शन क्यों नहीं लेते

डोटासरा ने कहा कि अगर उन्हें इतनी ही राजस्थान की चिंता है तो वे संजीवनी सोसायटी के बारे में भी एक्शन लें, ताकि देश-प्रदेश में ये संकेत जाए कि प्रधानमंत्री के सब कुछ संज्ञान में है। लेकिन उन्हें सिर्फ चुनाव लड़ने से मतलब है। हम चाहते हैं कि उनका भाषण चुनावी ना हो, ये साफ करें कि चुनावी मुद्दे क्या है।

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