जयपुर में लूट की वारदात कर मनाली घूमने गए बदमाश, पुलिस ने पीछा कर ऐसे दबोचा, पूछताछ में उगले राज…

जयपुर। राजधानी जयपुर में मुरलीपुरा थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने चांदी आर्टिकल लूटने वाले तीन बदमाशों को मनाली से गिरफ्तार किया…

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जयपुर। राजधानी जयपुर में मुरलीपुरा थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने चांदी आर्टिकल लूटने वाले तीन बदमाशों को मनाली से गिरफ्तार किया है। तीनों बदमाश लूट की वारदात कर घूमने निकले थे। पुलिस ने गैंग के तीनों बदमाशों के कब्जे से लूटा गया पूरा माल बरामद कर लिया है। पुलिस बदमाशों ने अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ कर रही है।

जयपुर पश्चिम के डीसीपी संजीव नैन ने बताया कि 6 नवम्बर को मुरलीपुरा निवासी प्रदीप शर्मा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। प्रदीप शर्मा ने शिकायत में बताया कि बदमाशों ने उसके मकान में चांदी के आर्टीकाल पर पॉलिस करने वाले वर्कर गोलाप मुल्ला से मिलकर साजिश रची थी। बदमाशों ने पहले प्रदीप शर्मा का अपहरण कर फिरौती मांगने का प्लान बनाया था। प्लानिंग करने के बाद वर्कर गोपाल मुल्ला ने कॉल कर बदमाशों को बताया कि चांदी के आर्टिकल पॉलिस के लिए अधिक मात्रा में आया हुआ है। इसके बाद बदमाशों ने किडनैप कर फिरौती की प्लानिंग छोड़कर डाका डालने की तुरंत प्लानिंग बनाई। रात के समय तीनों बदमाश वारदात करने प्रदीप के घर पहुंचे। वर्कर गोलाप मुल्ला ने गेट खोलकर बदमाशों को घर के अंदर एंट्री करवाई। वर्कर गोलाप ने चांदी के आर्टिकल लूटने के बाद बदमाशों को फरार करवा दिया।

पुलिस ने बदमाशों का पीछा करते हुए मनाली से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से लूटा गया चांदी आर्टिकल की 52.136 किलो चांदी (कीमत 40 लाख रुपए) बरामद कर ली है। पुलिस ने लूट के मामले में बदमाश गोलाप मुल्ला (35) निवासी वर्धमान पश्चिम बंगाल हाल मदन विहार कॉलोनी मुरलीपुरा, विक्रम कुमार उर्फ विक्की कालावत (24) निवासी चंदवाजी जयपुर और विरेन्द्र गुर्जर उर्फ बंटी (23) निवासी सेवापुरा दौलतपुरा को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने लूट की वारदात का खुलासा करने के लिए करीब 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पीछा करते हुए मनाली में दबिश देकर तीनों बदमाशों को पकड़ा है।

पूछताछ में हुए कई खुलासे…

पूछताछ मे सामने आया कि बदमाश विक्रम कुमार, विरेन्द्र गुर्जर और फरार बदमाश राहुल गुर्जर ने वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने अपहरण कर फिरौती की प्लानिंग फेल होने पर कर्मचारी की मदद से मकान में डाका डालने घुसना स्वीकार किया।