‘रामलला’ के गर्भगृह पर लगा सोने का दरवाजा: 100kg सोने से बनेंगे 42 गेट, सोने और चांदी की चरण पादुकाएं

Ram Mandir Ayodhya : रामजन्मभूमि अयोध्या में बने राम मंदिर में कुछ 46 दरवाजे लगाए जाएंगे। 42 दरवाजों पर 100किलो सोने की परत चढ़ाई जाएगी। रामलला के गर्भगृह पर सोने की परत चढ़ा गोल्डन गेट लगा दिया जिसकी तस्वीर सामने आई है। अगले तीन दिन में 13 दरवाजे और लगने हैं।

ayodhya ram mandir golden gate | Sach Bedhadak

Ram Mandir Ayodhya : रामजन्मभूमि अयोध्या में बने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है। पूरे देश में जश्न की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। अयोध्या में भी राम मंदिर का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। रामलला के गर्भगृह पर सोने की चढ़ी परत से बना दरवाजा लगाया जा चुका है। यह दरवाजा 12 फीट ऊंचा और 8 फीट चौड़ा है। दरवाजे की चौखट पर भगवान विष्णु की शयन मुद्रा वाली तस्वीर उकेरी गई है। इसकी तस्वीरें भी सामने आ चुकी हैं। अगले तीन दिन में ऐसे 13 और दरवाजे लगने हैं। राम मंदिर में कुल 46 दरवाजे लगने हैं जिनमें से 4 दरवाजों को सादा रखा रखा जाएगा बाकी 42 दरवाजों पर 100 किलोग्राम सोने की परत चढ़ाकर तैयार किया जाएगा।

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4 दरवाजे ही होंगे सादे

रामलला के मंदिर में कुल लगने वाले 46 दरवाजों में से केवल 4 दरवाजे ही सादे होंगे बाकि दरवाजों पर सोने की परत चढ़ाई जाएगी। इन दरवाजों को महाराष्ट्र की सागौन की लड़की से बनाया गया है। इन पर हैदराबाद के कारीगरों ने नक्काशी का काम किया है। इसके बाद इन पर तांबे की परत लगाई गई। फिर सोने की परत चढ़ाई जा रही है। रामलला का सिंहासन भी सोने का बनाया जाना है। यह काम भी 15 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। मंदिर का शिखर भी सोने का होगा, लेकिन इस काम को बाद में किया जाएगा।

सोने और चांदी से बनीं चरण पादुकाएं

मंदिर में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनकी चरण पादुकाएं भी रखी जाएंगी। ये चरण पादुकाएं एक किलो सोने और साल किलो चांदी से बनाई गई हैं। इन्हें हैदराबाद के श्रीचल्ला श्रीनिवास शास्त्री ने बनाया है।

18 जनवरी से शुरू होगा मूर्ति अधिवास

विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता और धर्माचार्य संपर्क प्रमुख अशोक तिवारी ने बताया, ’18 जनवरी से मूर्ति अधिवास प्रारंभ होगा। इस दिन सुबह शमा जलाधिवास होगा।’ 19 जनवरी की सुबह फल और शाम को धान्य अधिवास होगा। 20 जनवरी को सुबह ही पुष्प और शाम को रत्न अधिवास होगा। 21 जनवरी को सुबह शर्करा, मिष्ठान और मधु अधिवास होगा और शाम को औषधि और शय्या अधिवास होगा। भगवान राम सूर्यवंशी हैं, इसलिए द्वादश अधिवासी हो रहे हैं। इसके अलावा 16 से 22 जनवरी तक चतुर्वेदी यज्ञ होगा। 22 जनवरी को रामलला के विग्रह की आंखों से पट्‌टी खोली जाएगी और उन्हें दर्पण दिखाया जाएगा।

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