Nagar VidhanSabha : नगर विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला, जानें क्या कहते है आंकड़े…

डीग। राजस्थान में विधानसभा चुनाव-2023 को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। राजस्थान में किसके सर पर होगा ताज और किसके सर बंधेगा जीत का…

WhatsApp Image 2023 10 12 at 4.55.22 PM | Sach Bedhadak

डीग। राजस्थान में विधानसभा चुनाव-2023 को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। राजस्थान में किसके सर पर होगा ताज और किसके सर बंधेगा जीत का सेहरा यह चुनाव के नतीनों में देखने वाली बात होगी। इस बीच सभी राजनीतिक पार्टियां और चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार पूरे जोर-शोर से तैयारियां में जुटे हुए हैं। ऐसे में पूर्वी राजस्थान का भरतपुर संभाग जो जीतेगा वही सत्ता हासिल करेगा। इस बार भरतपुर संभाग के 4 जिलों की 19 सीटों पर विधानसभा चुनाव होंगे। विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के 41 उम्मीदवारों की सूची में नगर विधानसभा सीट से बीजेपी ने जवाहर सिंह को मैदान में उतारा है। अब इस सीट से लिए कांग्रेस की सूची जारी होने का इंतजार है।

इधर, बीजेपी से जवाहर सिंह को टिकट मिलने के बाद से लगातार विरोध शुरु हो गया है। जवाहर सिंह का टिकट कटने के बाद उन्हीं की पार्टी के नेता उनका विरोध कर रहे है। दरअसल, इस बार भी अनीता सिंह बीजेपी के टिकट पर दावेदारी कर रही थीं, लेकिन पार्टी ने जवाहर सिंह बेढम को टिकट दिया है। जवाहर सिंह को टिकट मिलने के बाद नाराज अनिता गुर्जर ने अपनी नाराजगी जगजाहिर की है।

वहीं सूत्रों की माने तो कांग्रेस पार्टी इस बार वाजिब अली को अपना प्रत्याशी बना सकती है। अगर कांग्रेस पार्टी वाजिब अली का टिकट काटती है तो उनके लिए मुश्किल खड़ी होगी, क्योंकि बहुजन समाज पार्टी का प्रत्याशी भी मुस्लिम समाज का है। बहुजन समाज पार्टी ने खुर्शीद अहमद को अपना प्रत्याशी बनाया है, तो मुस्लिम समाज के वोट आपस में बट जाएंगे।

क्या है नगर विधानसभा सीट का समीकरण…

बता दें कि डीग की नगर विधानसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां अक्सर गुर्जर समाज के व्यक्ति को अपना प्रत्याशी बनाते है। साल 2008 में बीजेपी ने अनीता सिंह को चुनाव मैदान में टिकट देकर भेजा था। वहीं कांग्रेस पार्टी ने गुर्जर समाज के अतर सिंह भड़ाना को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा था।

उस समय कांग्रेस के अतर सिंह भड़ाना चुनाव हार गए थे और बीजेपी की अनीता सिंह की जीत हुई थी। साल 2013 के चुनाव में बीजेपी ने फिर गुर्जर समाज की अनीता सिंह पर दांव खेला और नगर विधानसभा सीट का टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा। वहीं कांग्रेस पार्टी ने गुर्जर समाज के ही बृजेन्द्र सिंह सूपा को टिकट देकर चुनाव में उतारा था। इसके बाद फिर बीजेपी की अनीता सिंह की जीत हुई थी और कांग्रेस के ब्रजेन्द्र सिंह सूपा चुनाव हार गए थे।

2018 में किसकी हुई जीत…

साल 2018 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने अनीता सिंह को ही तीसरी बार टिकट दिया और कांग्रेस ने गुर्जर समाज के ही मुरारी लाल को टिकट दिया। इस बार मतदाताओं ने दोनों ही पार्टियों को नकार दिया और बहुजन समाज पार्टी के वाजिब अली को विजयी बनाकर विधानसभा में भेजा।

2018 के चुनाव में चौथे नंबर थी कांग्रेस…

साल 2018 के विधानसभा चुनाव में नगर विधानसभा की मतदाताओं ने दोनों पार्टियों को नकार दिया। बसपा से वाजिब अली चुनाव जीत गए। वहीं भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के प्रत्याशी तीसरे और चौथे नंबर पर आए थे। दूसरे नंबर पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नेम सिंह फौजदार रहे थे। नेम सिंह फौजदार साल 2013 के चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे थे और साल 2018 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे।

क्या कहते है नगर विधानसभा के जातिगत आंकड़े…

बता दें कि नगर विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक मुस्लिम समुदाय के मतदाता हैं। नगर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 50 हजार मतदाता मुस्लिम समुदाय के हैं। दूसरे नंबर पर गुर्जर मतदाता हैं। नगर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 46 हजार गुर्जर मतदाता है। वहीं तीसरे नंबर पर जाट मतदाता आते हैं, जिनका बहुमत करीब 40 हजार है। इसके अलावा एससी के लगभग 35 हजार मतदाता हैं। सैनी समाज के 15 हजार, ब्राह्मण समाज के भी लगभग 15 हजार तो वहीं सिक्ख समाज के 10 हजार, यादव लगभग 8 हजार, वैश्य भी लगभग 8 हजार और मीणा 5 हजार, सैन 5 हजार, प्रजापति 7 हजार मतदाता वोट देकर अपने विधायक को चुनते हैं।