Odisha Train Accident : हादसे के असली वजह आई सामने, रेल मंत्री बोले-3 दिन बाद ट्रैक पर दौड़ने लगेगी ट्रेन

ओडिशा में हुए भीषण रेल हादसे की असल वजह सामने आ गई है। जांच में पता चला है कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना घटित हुई।

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Odisha Train Accident : नई दिल्ली। ओडिशा में हुए भीषण रेल हादसे की असल वजह सामने आ गई है। जांच में पता चला है कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना घटित हुई। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस बात की पुष्टि की है। रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि हादसे के कारण का पता लग गया है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है। साथ ही रेल मंत्री ने कहा कि हादसे का गाड़ियों के बीच टक्कर रोकने वाले कवच सिस्टम इससे लेना-देना नहीं है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बालासोर ट्रेन दुर्घटनास्थल पर चल रहे मरम्मत कार्य का भी निरीक्षण किया। बता दें कि शुक्रवार शाम हुए सड़क हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, घायल 1175 यात्रियों का अस्पताल में उपचार जारी है।

रेल मंत्री ने कहा कि हादसे की असली वजह का पता चल गया है। कल प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर तेजी से काम चल रहा है। शनिवार रात एक ट्रैक काम लगभग पूरा हो गया। आज एक ट्रैक की पूरी मरम्मत करने की कोशिश रहेगी। सभी डिब्बों को हटा दिया गया है। शवों को निकाल लिया गया है। कार्य तेजी से चल रहा है। कोशिश है की बुधवार की सुबह तक सामान्य रूट चालू हो जाए। इसके बाद इस रूट पर ट्रेन चलनी शुरू हो जाएंगी।

लूप लाइन पर चली गई थी ट्रेन

ओडिशा में हुए भीषण रेल हादसे की जांच में यह पता चला है कि दुर्घटनाग्रस्त हुई कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन बाहानगा बाजार स्टेशन से ठीक पहले मुख्य मार्ग के बजाय ‘लूप लाइन’ पर चली गई और वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई। बगल की पटरी पर क्षतिग्रस्त हालत में मौजूद कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बों से टकराने के बाद बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के डिब्बे भी पलट गए। हादसे के वक्त कोरोमंडल एक्सप्रेस की रफ्तार 128 किलोमीटर प्रति घंटा, जबकि बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस की गति 116 किमी प्रति घंटा थी। रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपी गई है। हालांकि, रेल अधिकारियों ने कहा है कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस लूप लाइन पर गई थी या नहीं और मालगाड़ी को टक्कर मारी थी या यह (कोरोमंडल एक्सप्रेस) पहले पटरी से उतरी और लूप लाइन पर जाने के बाद वहां खड़ी मालगाड़ी को टक्कर मारी।

बचाव अभियान पूरा, मार्ग सुचारू करने का काम जारी

भारतीय रेल के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने कहा कि बचाव अभियान पूरा हो गया है। हम अब मार्ग को सुचारू करने का कार्य शुरू कर रहे हैं। इस मार्ग पर कवच प्रणाली उपलब्ध नहीं थी। रेलवे अपने नेटवर्क में ‘कवच’ प्रणाली उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में है, ताकि रेलगाड़ियों के टकराने से होने वाले हादसों को रोका जा सके। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट की एक प्रति पीटीआई के पास है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सिग्नल दिया गया था और 12841 (कोरोमंडल एक्सप्रेस) लूप लाइन पर चली गई, मालगाड़ी से टकराई और पटरी से उतर गई।

घायलों से मिले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार शाम ट्रेन हादसे वाली जगह पहुंचे। इसके बाद घालयों से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हम व्यवस्थाओं में सुधार करेंगे, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति ना हो। साथ ही उन्होंने कहा कि दुर्घटना का जो भी दोषी है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। पीएम मोदी ने बालासोर के जिला अस्पताल में घायलों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और डॉक्टरों से रिपोर्ट ली। पीएम मोदी को कुछ लोगों ने अपनी आपबीती बयां की तो कई घायल पीएम से मिलकर भावुक हो गए।

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