चाचा पर भारी पड़ा भतीजा! अब निर्वाचन आयोग तक पहुंचा NCP का सियासी घमासान

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की गुटीय लड़ाई निर्वाचन आयोग के दरवाजे तक पहुंच गई है और अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह ने उनके समर्थन में विधायकों और सांसदों के 40 से अधिक हलफनामे दाखिल किए हैं।

ncp | Sach Bedhadak

Ajit Pawar vs Sharad Pawar : मुंबई। उपमुख्यमंत्री अजित पवार और नौ अन्य नेताओं के शिंदे सरकार में शामिल होने के साथ ही राकांपा में शुरू हुए सियासी घमासान के बीच बुधवार को पार्टी के दोनों खेमों की अलग अलग हुई बैठकों में शक्ति प्रदर्शन हुआ। अजित खेमे की बैठक में पार्टी के 53 में से 32 विधायकों के पहुंचने की खबर है। जबकि शरद पवार खेमे की बैठक में 18 विधायकों के उपस्थित रहने के समाचार हैं। शक्ति प्रदर्शन करने के लिए अजित खेमे की बैठक उपनगर बांद्रा में हुई।

बैठक में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने 83 वर्षीय चाचा शरद पवार को याद दिलाया कि यह उनके ‘सेवानिवृत्त’ होने का समय है। उन्होंने कहा, आईएएस अधिकारी 60 वर्ष की आयु में सेवानिवृत होते हैं। यहां तक कि राजनीति में भी भाजपा नेता 75 वर्ष की आयु में सेवानिवृत्त हो जाते हैं, आप कब होने जा रहे हैं। आपने लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी का उदाहरण देखा है। हर किसी की अपनी पारी होती है। सबसे सार्थक समय 25 से 75 वर्ष की आयु तक होता है। 

राकांपा की गुटीय लड़ाई निर्वाचन आयोग पहुंची 

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की गुटीय लड़ाई निर्वाचन आयोग के दरवाजे तक पहुंच गई है और अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह ने उनके समर्थन में विधायकों और सांसदों के 40 से अधिक हलफनामे दाखिल किए हैं। निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने बताया कि शरद पवार खेमे ने आयोग के समक्ष एक याचिका दायर कर अनुरोध किया है कि गुटीय लड़ाई के संबंध में कोई भी निर्देश पारित करने से पहले उनकी बात सुनी जाए। निर्वाचन आयोग आगामी दिनों में याचिकाओ पर कार ं ्रवाई कर सकता है और दोनों पक्षों से उसके समक्ष प्रस्तुत संबंधित दस्तावेजों का आदान-प्रदान करने के लिए कह सकता है। शरद पवार द्वारा 1999 में स्थापित राकांपा में रविवार को दो फाड़ हो गई थी और अजित पवार महाराष्ट्र में शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार में शामिल हो गए। 

30 जून को ही चुन लिए गए थे अध्यक्ष 

उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा ने निर्वाचन आयोग को एक हलफनामे के माध्यम से सूचित किया है कि अजित 30 जून, 2023 को राकांपा के सदस्यों, विधायी और संगठनात्मक, दोनों इकाइयों के भारी बहुमत द्वारा हस्ताक्षरित एक प्रस्ताव के माध्यम से राकांपा प्रमुख चुना गया। प्रफु ल्ल पटेल राकांपा के कार्यकारी अध्यक्ष बने रहेंगे। बनना चाहता हूं महाराष्ट्र का सीएम अजित ने यह भी कहा कि जन कल्याण के लिए अपनी कु छ योजनाएं लागू करने के लिए वह सीएम बनना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा, हमारे लिए साहेब (शरद पवार) देवता तुल्य हैं ।

शरद का पलटवार: सहयोगियों की जड़ें काटना BJP की नीति

राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार ने बुधवार को अजित पवार गुट को आगाह करते हुए कहा कि भाजपा के साथ जिसने भी हाथ मिलाया और सत्ता में हिस्सेदारी की, वो अंतत: राजनीतिक रूप से तबाह ही हुए। अपने राजनीतिक सहयोगियों की जड़ें काटना भाजपा की नीति है। दूसरे राज्यों में इसकी कई मिसालें हैं। उनका भी यही हश्र होगा। पवार ने यहां यशवंतराव चव्हाण सेंटर में राकांपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उनकी इस बैठक में पार्टी के करीब एक दर्जन विधायक पहुंचे थे।उन्होंने कहा, उनका कहना था, अकाली दल, भाजपा के साथ लंबे समय से था लेकिन अब कहीं नहीं है। तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और बिहार में यही हालात हुए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसका अहसास हो गया था और फिर उन्होंने राजद के साथ गठबंधन कर लिया। उन्होंने कहा, अब जो लोग भाजपा के साथ गए हैं।  

तस्वीर इस्तेमाल करने पर आपत्ति 

पवार ने अजित पवार गुट द्वारा उनकी तस्वीर का इस्तेमाल करने को लेकर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, अगर वो उधर चले गए हैं तो मेरी तस्वीर का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं? मैं अपनी पार्टी का नाम और चुनाव निशान उनके हाथों में नहीं जाने दूंगा। पवार ने भाजपा के साथ जाने को लेकर अपने भतीजे अजित पवार की आलोचना की और इस बात का उल्लेख किया कि उनकी पार्टी से जुड़े इस घटनाक्रम से कु छ दिनों पहले ही पीएम मोदी ने राकांपा को भ्रष्ट पार्टी बताया था।

ये खबर भी पढ़ें:-पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल-2023 मंजूर, नियमों का उल्लंघन किया तो 250 करोड़ का जुर्माना

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *