सावधान! अगर आप भी खाते हैं अखबार में लिपटा हुआ खाना…FSSAI की चेतावनी, जानिए क्या कहा

खाद्य नियामक एफएसएसएआई (FSSAI) ने देश भर के उपभोक्ताओं और खाद्य विक्रेताओं से आग्रह किया है कि वे भोजन की पैकिंग, भंडारण और खाद्य सामग्री परोसने के लिए अखबारों का इस्तेमाल बंद करें।

ashok gehlot 80 | Sach Bedhadak

FSSAI Warning: खाद्य नियामक एफएसएसएआई (FSSAI) ने देश भर के उपभोक्ताओं और खाद्य विक्रेताओं से आग्रह किया है कि वे भोजन की पैकिंग, भंडारण और खाद्य सामग्री परोसने के लिए अखबारों का इस्तेमाल बंद करें। एफएसएसएआई ने खाद्य पदार्थों की पैकेजिंग के लिए अखबारों के इस्तेमाल पर चिंता जताई है। एफएसएसएआई सीईओ ने उपभोक्ताओं, खाद्य विक्रेताओं और अन्य हितधारकों को सचेत करने के उद्देश्य से इसके नुकसान बताए हैं।

अखबार में लपेटा खाना कैसे पहुंचाता है नुकसान?

  • अखबारों में इस्तेमाल होने वाली स्याही स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती है।
  • स्याही में सीसा और भारी धातुओं सहित रसायन होते हैं जो गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा करते हैं।
  • वितरण के दौरान समाचार पत्रों को अक्सर विभिन्न परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है, जिससे बैक्टीरिया, वायरस या अन्य से संक्रमित होने की संभावना रहती है।

क्या कहता है FSSAI?

FSSAI का कहना है कि खाद्य सुरक्षा और मानक (पैकेजिंग) विनियम, 2018 के अनुसार, भोजन को भंडारण और लपेटने के लिए समाचार पत्रों के उपयोग पर प्रतिबंध है। इस नियम के मुताबिक, अखबार का इस्तेमाल भोजन की पैकेजिंग, ढकने या परोसने के लिए नहीं किया जाना चाहिए और न ही इसका इस्तेमाल तले हुए भोजन से अतिरिक्त तेल सोखने के लिए किया जाना चाहिए।

सुरक्षित विकल्पों का करें उपयोग

खाद्य नियामक ने खाद्य विक्रेताओं से जिम्मेदार पैकेजिंग प्रथाओं को अपनाने का आग्रह किया। ग्राहक के लाभ के लिए सुरक्षित विकल्पों का उपयोग करें। एफएसएसएआई ने देश भर के उपभोक्ताओं, खाद्य विक्रेताओं और हितधारकों से खाद्य पैकेजिंग सामग्री के रूप में समाचार पत्र का उपयोग तुरंत बंद करने का आग्रह किया। नियामक ने सुरक्षित और अनुमोदित खाद्य पैकेजिंग सामग्री के साथ-साथ खाद्य-ग्रेड कंटेनरों को अपनाने की भी सिफारिश की है।