भारत का यह राज्य बना पाकिस्तान, मिल रहा है 1800 रुपए चावल, 100 रुपए आलू और 170 रुपए लीटर पेट्रोल

देश के मणिपुर राज्य में जातीय हिंसा के चलते घरेलू सामान तय कीमतों से दोगुनी कीमतों पर मिल रहा है। यहां पर आलू, प्याज, अंडे, पेट्रोल और गैस बहुत महंगे मिल रहे हैं।

gas cylinder | Sach Bedhadak

नई दिल्ली। भारत के मणिपुर राज्य में तेल, गैस, सब्जियां और खाने के सामान की कीमतें पाकिस्तान की तरह आसमान छू रही हैं। यहां पर 18,00 रुपए किलो चावल, 18,00 रुपए का गैस सिलेंडर, 170 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल, 100 रुपए किलो आलू और प्याज, अंडे जैसी चीजें दोगुना दामों में मिल रही हैं। दरअसल, यहां पिछले 3 हफ्तों से जातीय हिंसा चल रही है, इसलिए सारा सामान बाहर से मंगवाया जा रहा है जो सरकार द्वारा तय की गई कीमतों से ज्यादा कीमत पर बेची जा रही हैं।

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चावल से लेकर पेट्रोल तक सबके बढ़े दाम

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पहले सुपरफाइन चावल के एक 50 किलो के बैग की कीमत 900 रुपए थी, लेकिन अब यह 1800 रुपए हो गई है। आलू ओर प्याज की कीमतें भी 20 रुपए से बढ़कर 30 रुपए हो गई हैं। बताया जा रहा है कि एक गैस सिलेंडर 1800 रुपए में मिल रहा है। वहीं इंफाल के पश्चिमी जिले के कई हिस्सों में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 170 रुपए है।

अंडों के दामों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी

अंडो की कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है, जिसमें 30 अंडों वाले एक ट्रे की कीमत 180 रुपए की जगह 300 रुपए में मिल रहा है। वहीं आवश्यक वस्तुओं को ले जाने वाले ट्रकों को सुरक्षा बलों के मौके पर पहुंचने से पहले आलू की कीमत 100 रुपए पहुंच गई थी और अगर सुरक्षा नहीं मिलती तो इसके दाम और ज्यादा हो जाते। वहीं कई क्षेत्रों में तंबाकू उत्पादों की कीमत भी कई गुना बढ़ी है।

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क्यों बढ़े घरेलू चीजों के दाम

जातीय हिंसा के चलते इंफाल में ट्रकों की आवाजाही बाधित है। सड़कों पर झड़पों की आंशाका बनी हुई है और राज्य में तनाव का माहौल है। ये हिंसा एसटी का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में आयोजित आदिवासी एकजुटता मार्च के बाद हुई है। महंगाई को कंट्रोल करने और स्थिति को संभालने के लिए 37 ट्रकों को आवाजाही 15 मई को शुरू हुई और सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि उच्च दरों पर उत्पाद बेचने वाले को दंड दिया जा सकता है।

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