अयोध्या 20 से 22 तक हाई सिक्योरिटी जोन में…चप्पे-चप्पे पर नजर, बाहरी लोगों को नहीं मिलेगा प्रवेश

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर अयोध्या 20 से 22 जनवरी तक हाई सिक्योरिटी जोन में रहेगा। शहर की सभी सीमाएं सील रहेंगी।

image 2024 01 15T083007.185 | Sach Bedhadak

अयोध्या। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मद्देनजर अयोध्या 20 से 22 जनवरी तक हाई सिक्योरिटी जोन में रहेगा। शहर की सभी सीमाएं सील रहेंगी। जमीन से लेकर आसमान और सरयू नदी के तटों पर कड़ी नजर होगी। अयोध्या में 20 जनवरी से ही बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके साथ ही बाहरी वाहनों को प्रवेश नहीं देने की योजना है। शहर के वाशिंदों को उनके घर तक पहुंचने की अनुमति दी जाएगी। इसके लिए उन्हें पहचान पत्र दिखाना होगा। 

पुलिस प्रशासन ने स्थानीय लोगों से 21 व 22 जनवरी को बाहर न निकलने की अपील की है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर अयोध्या में लगभग 13 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों का अभेद सुरक्षा घेरा होगा। एटीएस कमांडो व जवानों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व एंटी ड्रोन सिस्टम के जरिए उसे और पुख्ता बनाया गया है। आईबी व रॉ के अधिकारियों ने भी अयोध्या में डेरा डाल रखा है और कई स्तर पर सुरक्षा प्रबंधों की निरंतर समीक्षा की जा ही है।

जानकी धाम से ट्रकों में आए उपहारों में आभूषण फल, मेवे और अनाज शामिल 

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अलग-अलग प्रांतों से रामभक्त अपने अराध्य के लिए तरह-तरह के उपहार ला रहे हैं। ऐसे में रविवार को मां जानकी की जन्मभूमि पुनौरा धाम सीतामढ़ी बिहार से पांच ट्रकों में भरकर अनेकों उपहार रामनगरी लाए गए। पुनौरा धाम मंदिर के प्रबंधक श्रवण कुमार ने बताया कि ये भेंट प्रभु श्रीराम के गृह प्रवेश के लिए मां जानकी के मायके से भेजी गई है। इसमें तरह-तरह के फल, मेवे, अनाज में गेंहू, चावल, मिठाई में खाजा, लड्डू, आभूषण में कान की बाली, नाक की नथुनी, बिछिया, पायल हैं। साथ ही प्रभु के लिए चांदी के खड़ाऊ और जनेऊ भेजे गए हैं। इसके अलावा तांबा और फूल के बर्तन भी हैं।

चित्रकूट से चरण पादुका यात्रा आज से

अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के तहत श्रीराम चरण पादुका यात्रा आज चित्रकूट से शुरू होगी, जो 19 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगी। यात्रा भरतकूप स्थित कुंड से कलश में जल लेकर और पादुका पूजन के साथ शुरू होगी। यह यात्रा प्रयागराज, श्रृंगवेरपुर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, होते हुए अयोध्या पहुंचेगी। 

थाईलैंड खोलना चाहता है सांस्कृतिक केंद्र 

भगवान विष्णु की सवारी गरुड़ को प्रतीक चिह्न और राजा राम के नाम से राज करने वाले थाईलैंड के राजा के प्रतिनिधि ने अयोध्या में रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई है। थाईलैंड से आए प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र से मुलाकात कर अयोध्या में सांस्कृतिक केंद्र खोलने के लिए जमीन की भी मांग की है। मिश्र ने बताया कि हम इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाएंगे। थाईलैंड में भारत के राजदूत डॉ. परविंदर सिंह ने कहा कि राम मंदिर के उद्घाटन वाले दिन थाईलैंड में भी उत्सव मनाया जाएगा।

इलेक्ट्रिक वाहनों की सौगात… रंगों से होगी रूट की पहचान 

अयोध्या में प्रदूषण मुक्त नगरीय परिवहन के लिए रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या धाम बस स्टेशन से 50 इलेक्ट्रिक बसों व 25 ई आटो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसी के साथ ई-वाहनों का संचालन पांच रूटों पर शुरू हो गया है। इन ई-वाहनों के माध्यम से भव्य दिव्य मंदिर के विराजित होने वाले रामलला के दर्शन पूजन के लिए श्रद्धालुओं की पहुंच आसान हो जाएगी। महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से भी ई-वाहनों का संचालन प्रारंभ करा दिया गया है, जितनी फ्लाइट आएंगी, उनके समय के अनुसार, बसों का संचालन कराया जाएगा। हवाई अड्डे से एक्सप्रेस सेवा का किराया एकमुश्त 100 रुपए प्रति यात्री निर्धारित किया गया है।