बाईं नहीं दाईं तरफ धड़कता है इस शख्स का दिल, RAC भर्ती के लिए मेडिकल कराने पहुंचा तो चौंक गए डॉक्टर

आपने यह तो खूब सुना होगा कि इंसानों का दिल बाईं तरफ धड़कता है। लेकिन, क्या कभी ये सुना है कि किसी इंसान का दिल दाईं तरफ धड़कता है।

Rakesh Meghwal | Sach Bedhadak

झुंझुनूं। आपने यह तो खूब सुना होगा कि इंसानों का दिल बाईं तरफ धड़कता है। लेकिन, क्या कभी ये सुना है कि किसी इंसान का दिल दाईं तरफ धड़कता है। राजस्थान के झुंझुनूं जिले में कुछ ऐसा ही अनोखा मामला सामने आया है। जहां चिड़ावा के तोला सेही गांव निवासी राकेश मेघवाल (Rakesh Meghwal) का दिल दाईं तरफ धड़कता है। इतना ही नहीं दिल ही अलावा भी शरीर के अन्य कई अंग उल्टी दिशा में है। इसके बावजूद भी वह पूरी तरह सुरक्षित है। इस बात का पता तब चला, जब राकेश आरएसी (राजस्थान सशस्त्र बल) भर्ती के लिए श्रीगंगानगर के सरकारी अस्पताल में मेडिकल करवाने गया था।

झुंझुनूं जिले के तोला सेही निवासी 42 वर्षीय राकेश मेघवाल ने 8वीं तक पढाई की है। साल 1998-99 में वह आरएसी भर्ती के लिए श्रीगंगानगर के सरकारी अस्पताल में मेडिकल करवाने गया था। जहां पर राकेश की ईसीजी की गई। जब डॉक्टर ने कम्पाउंडर को राकेश की ईसीजी करते देखा तो कर्मचारी को बुरी तरह फटकार दिया। कहा कि तुझे ईसीजी करनी नहीं आती है क्या? लेकिन, जब दोबारा ईसीजी कराई तो डॉक्टर भी चौंक गए।

दिल के अलावा कई अंग भी विपरित दिशा में

डॉक्टर ने राकेश से कहा कि तुम्हारा दिल दायीं तरफ है। तुम्हारा कुछ नहीं हो सकता, तुम आरएसी के लिए आवेदन नहीं कर सकते। यह सुनकर राकेश घर आ गया और आरएसी में जाने का सपना देखना छोड़ दिया। राकेश ने बताय कि उसका बचपन से ही आर्मी में भर्ती होने का सपना था। लेकिन, मेडिकल के दौरान पता चला कि दिल उल्टी तरफ है। श्रीगंगानगर के बाद उसने अन्य अस्पतालों में भी अपनी जांच करवाई। राकेश के दिल, लीवर सहित शरीर के अन्य अंगों के उल्टी दिशा में होने का पता चला।

ईसीजी रिपोर्ट देख डॉक्टर ने कंपाउंडर को लगाई थी फटकार

राकेश ने बताया कि उसे इस बारे में पहली बार साल 1998-99 में इस बारे में पता चला था। उस वक्त मैं श्रीगंगानगर में एक कपड़ा मील में काम करता था। तभी आरएसी की भर्ती निकली थी। उसमें फॉर्म भरने के लिए मेडिकल रिपोर्ट की जरूरत होती थी। जब मैं सरकारी अस्पताल में पेशाब, खून आदि की जांच कराने के लिए गया तो डॉक्टरों ने बताया कि उसका दिल दांयी तरफ है। डॉक्टर ने मेडिकलकर्मी से मेरे ईसीजी करने के लिए कहा था। ईसीजी रिपोर्ट देख डॉक्टर ने पहले तो कंपाउंडर को फटकार लगाई। फिर डॉक्टर ने खुद मेरी ईसीजी की तो पता चला कि दिल विपरित दिशा में है।

कभी नहीं हुई कोई बीमारी

चौंकाने वाली बात ये है कि शरीर के कई अंग विपरित दिशा में होने के वाबजूद भी वह अन्य लोगों की तरह सामान्य जीवन जीता है। उसे कभी कोई बीमारी भी नहीं हुई है। उसकी उम्र 40 साल हो चुकी है। लेकिन, वह पूरी तरह स्वस्थ्य है। उसके एक बेटी और दो बेटे है। वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ आराम से रहता है। वहीं, डॉक्टर जिंतेंद्र यादव ने बताया कि लाखों लोगों में से एक में ऐसी स्थिति होती है। जींस में गड़बड़ी की वजह से भ्रूण के समय ही अंग वितरित दिशा में विकसित होने लगते हैं। ऐसे लोग भी सामान्य जीवन जी सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *