BJP Worker Murder : उदयपुर में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या का खुलासा, दो सगे भाई निकले कातिल

उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले की झाडोल विधानसभा के मतदान के दिन बाद भाजपा कार्यकर्ता कान्ति लाल चव्हाण की हत्या के मामले में पुलिस ने…

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उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले की झाडोल विधानसभा के मतदान के दिन बाद भाजपा कार्यकर्ता कान्ति लाल चव्हाण की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने हत्या में आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी भाई है। मामले के राजनीतिक तूल पकड़ने की आशंका के चलते झाडोल डीएसपी राजेश विद्यार्थी व खेरवाडा एएसपी पर्वतसिह फलासिया थाने में ही मतदान के दिन से डेरा डाले हुए थे। पुलिस ने 9 दिन बाद सोमवार को हत्या का खुलासा किया है।

फलासिया थानाधिकारी करनाराम ने बताया कि उदयपुर ​के फलासिया थाना क्षेत्र में 9 दिन पहले भाजपा कार्यकर्ता कान्ति लाल चव्हाण की हत्या हुई थी। इसके बाद पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया। एडिशनल एसपी पर्वत सिंह ने बताया कि हत्या के आरोपी रूपलाल पिता शांतिलाल चव्हाण व उसके सगे भाई अर्जुन लाल पिता शांतिलाल चव्हाण को गिरफ्तार किया है। मामला 26 नवंबर उदयपुर के फलासिया थाना क्षेत्र का है।

दो भाइयों ने मिलकर की थी हत्या…

पुलिस की पूछताछ में आरोपी रूपलाल चव्हाण ने बताया कि वह सोम जैर फला जंगल में अवैध गांजे की खेती करता है जिसके बारे में मृतक कान्ति लाल चव्हाण को पता लग गया। ऐसे में कांतिलाल आए दिन रूपलाल को धमकी देता रहता था कि वह उसे फंसवा देगा। रूपलाल ने बताया कि इसी बात को लेकर वह उसे परेशान करता था।

ऐसे में 25 नवंबर को रूपलाल और उसके भाई अर्जुनलाल को पता लगा कि कांतिलाल सोम की तरफ से रात के समय अकेला घर आ रहा है तभी मौके का फायदा उठाकर दोनों भाइयों ने शांति लाल को घेर लिया। रूपलाल और अर्जुनलाल ने शांतिलाल के सिर पर डंडे से कई वार किए और पत्थर से कुचल कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी दोनों भाई वहां से फरार हो गए। जिसके बाद आरोपियों ने अपने मोबाइल स्विच आफ कर लिए। पुलिस ने दोनों की तलाश करते हुए सोम-सरवण के जंगलों से गिरफ्तार किया है।

क्या था मामला…

बता दें, 25 नवंबर की रात को मृतक कान्ति लाल चव्हाण की पत्थर मारकर हत्या कर दी गई थी। उस दिन मतदान भी था। ऐसे में कान्ति लाल चव्हाण सुबह से शाम तक मतदान कराने के काम में जुटा हुआ था। शाम को काम से फ्री होकर जब वह घर लौटा तो अज्ञात बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी थी। रात भर उसका शव रास्ते में पड़ा रहा। सुबह तक घर नहीं पहुंचने पर शांतिलाल के बच्चों को चिंता हुई तो वे तलाशने के लिए निकले। तभी उन्होंने रास्ते में कान्ति लाल चव्हाण का शव देखा। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने जाम लगा दिया।

ग्रामीणों ने आरोपियों को पकड़ने और मृतक के परिजनों को मुआवजे की मांग की। घटना सामने आने के बाद झाड़ोल विधायक बाबूलाल खराड़ी, मंडल अध्यक्ष भोपाल सिंह सहित कई नेता मौके पर पहुंचे थे। इसके बाद देहात जिला अध्यक्ष चन्द्रगुप्त चौहान और सांसद अर्जुनलाल मीणा भी मृतक के घर पहुंचे थे और उनके परिजनों को आर्थिक सहायता प्रदान की थी।