राजस्थान के जल जीवन मिशन घोटाले में अब तक का सबसे बड़ा एक्शन! 20 ठिकानों पर एक साथ ED की रेड

राजस्थान में चुनावी शोर के बीच ईडी की एक के बाद एक ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है।

ED | Sach Bedhadak

Jal Jeevan Mission scam : जयपुर। राजस्थान में चुनावी शोर के बीच ईडी की एक के बाद एक ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। अब राजस्थान के जल जीवन मिशन के कथित 20 हजार करोड़ रुपए के घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अब तक का सबसे बड़ा एक्शन लिया है। राजधानी जयपुर, दौसा सहित कई जगह आज सुबह 20 ठिकानों पर एक साथ ईडी ने रेड डाली। ईडी की टीमों ने जयपुर स्थित पीएचईडी मंत्री महेश जोशी के ऑफिस और आईएएस अफसर सुबोध अग्रवाल के घर पर छापा मारा है। कई अन्य कर्मचारी और संलिप्त लोग भी ईडी के रडार पर हैं।

बताया जा रहा है कि प्रदेशभर में करीब 20 ठिकानों पर सुबह 8 बजे से ईडी की कार्रवाई चल रही है। जल जीवन मिशन घोटाले के मामले में ईडी की टीम सचिवालय पहुंची है। दौसा में भी ईडी की टीमें पहुंची है। ईडी के अधिकारी एक आईएएस, एक आरएएस, पीएचईडी अधिकारियों और ठेकेदारों के ठिकानों पर दस्तावे खंगाल रहे है। फिलहाल, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की ईडी टीम के अधिकारी सीआरपीएफ के साथ सर्च ऑपरेशन में जुटे हुए है।
अग्रवाल और गोयल के घर पर छापा
बता दें आईएएस सुबोध अग्रवाल के ठिकानों पर ईडी की टीमें पहुंची। जल जीवन मिशन घोटाला आरोप प्रकरण में पूछताछ हो रही है। चीफ इंजीनियर केडी गुप्ता के आवास पर टीमें पहुंची। एडिश्नल चीफ इंजीनियर दिनेश गोयल के आवास पर भी टीमें सर्च कर रही है। इन दोनों अफसरों के अन्य ठिकानों पर भी सर्च चल रहा है।

राज्यसभा सांसद मीणा ने भी दर्ज करवाई थी शिकायत

बता दे कि जलजीवन मिशन योजना के तहत राजस्थान में पानी की पाइप लाइन खरीद से लेकर इस योजना के क्रियान्वयन में व्यापक घोटाले को लेकर बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी ईडी में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने पाइप लाइन आपूर्ति के टेंडर्स आवंटन में गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगाए थे। मीणा का आरोप था कि राजस्थान में जेजेएम योजना में 20,000 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ। इस मामले में मीणा ने श्री श्याम ट्यूबवैल कंपनी, श्री गणपति ट्यूबवैल कंपनी और ठेकेदार पदम चंद जैन के खिलाफ टेंडर प्रक्रिया में लेने का आरोप लगाया था।

अधिकारियों को रिश्वत लेते पकड़ा था एसीबी ने

गौरतलब है कि जेजेएम योजना में घोटाले को लेकर एसीबी ने पिछले महीने भी कार्यवाही की थी। एसीबी ने 6 अगस्त को जलजीवन मिशन से जुड़े दो अधिकारियों, बहरोड़ के एक्सईएन मायालाल सैनी, नीमराना के जेईएन प्रदीप, ठेकेदार पदम चंद जैन, उसकी कंपनी के सुपरवाइजर मलकेत सिंह और एक अन्य को जयपुर के होटल पोलोविक्ट्री में रिश्वत राशि रंगे हाथ लेते हुए गिरफ्तार किया था।

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