नर पिशाच बने साजिद और जावेद, 2 मासूम बच्चों की हत्या कर पिया खून…एक आरोपी एनकाउंटर में ढेर

उत्तर प्रदेश जिले के बदायूं की बाबा कॉलोनी में मंगलवार को दो मुस्लिम युवकों ने दो सगे हिंदू भाईयों की गला रेत कर हत्या कर सनसनी फैला दी। मृतकों की उम्र में 14 और 6 साल थी।

badaun murder | Sach Bedhadak

Badaun Murder । उत्तर प्रदेश जिले के बदायूं की बाबा कॉलोनी में मंगलवार को दो मुस्लिम युवकों ने दो सगे हिंदू भाईयों की गला रेत कर हत्या कर सनसनी फैला दी। मृतकों की उम्र में 14 और 6 साल थी। वारदात के बाद गुस्साई भीड़ ने जमकर हंगामा किया। बाइक और दुकान में तोड़फोड़ कर आगजनी की। हालांकि पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए वारदात को अंजाम देने वाले एक आरोपी साजिद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया।

एनकाउंटर में मारे गए साजिद

बदायूं के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि खौफनाक वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी साजिद को पकड़ने के लिए पुलिस ने 4 टीमों का गठन कर आरोपी की घेराबंदी की। जब पुलिस ने साजिद को पकड़ने का प्रयास किया तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाब फायरिंग में बदमाश साजिद को गोली लगी। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। मरने वाला बाबापुरी इलाके का साजिद है।

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मृतकों के घर के सामने है आरोपियों का सैलून

बाबा कॉलोनी में रहने वाले विनोद कुमार पेशे से एक ठेकेदार हैं। वो अपनी पत्नी संगीता और बच्चों के साथ रहते थे। संगीता घर में ही ब्यूटी पार्लर चलाती हैं। वहीं विनोद किसी काम से बाहर गए हुए थे। इनके 3 बच्चे हैं। इनमें दो बच्चे आयुष (14) और अन्नू उर्फ हनी (6) थे। आरोपी साजिद और जावेद ठेकेदार विनोद कुमार के घर के सामने सैलून चलाते थे। इन दोनों का विनोद के परिवार से विवाद चल रहा था।

सीधे घर में घुसे और हमला किया

मंगलवार देर शाम साजिद और जावेद, विनोद के घर घुसे और दूसरी मंजिल पर चले गए। संगीता नीचे अपने पार्लर में थीं। छत पर आरोपियों ने उनके तीनों बच्चों पर उस्तरे से हमला करना शुरू कर दिया। जिसमें आयुष और हनी की मौत हो गई। चीख पुकार सुनकर घरवाले और आस-पास के लोग पहुंचे तो आरोपी फरार हो गए।

सैलून में तोड़फोड़ कर आग लगाई

हत्या के बाद गुस्साई भीड़ ने आरोपियों के सैलून में तोड़फोड़ कर आग के हवाले कर दिया। वहीं भीड़ ने मुरादाबाद-फर्रुखाबाद हाइवे पर जाम लगा दिया। मृतकों के घरवालों ने भी शवों को लेने से इनकार कर दिया। बाद में पैरामिलिट्री फोर्स आई और जैसे-तैसे काबू पाकर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। इस बीच एसएसपी आलोक प्रियदर्शी और DM मनोज कुमार मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने लोगों ने शांत कराया।

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