रेलवे ने सौंपी महिला स्टाफ को कमान…महिला सशक्तीकरण के लिए साबित होगी मील का पत्थर

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर भारतीय रेलवे की तरफ से बेहतरीन पहल की गई. इस मौके पर रेलवे ने कई स्टेशनों को पिंक स्टेशन बनाते हुए पूरे स्टेशन का कंट्रोल महिला कर्मियों के हाथ में देने का फैसला किया.

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Women Empowerment: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर भारतीय रेलवे की तरफ से बेहतरीन पहल की गई. इस मौके पर रेलवे ने कई स्टेशनों को पिंक स्टेशन बनाते हुए पूरे स्टेशन का कंट्रोल महिला कर्मियों के हाथ में देने का फैसला किया. महिला सशक्तीकरण के उद्देशय को ध्यान में रखते हुए नॉर्दर्न रेलवे ने अपने तीन स्टेशन को पिंक स्टेशन घोषित किया जिसमें मोहाली, फिरोजशाह और दिल्ली का सफदरजंग रेलवे स्टेशन शामिल रहा है.

पूरी ज़िम्मेदारी महिला स्टाफ के कंधों पर

इन्हें पिंक स्टेशन का दर्जा देते हुए यहां स्टेशन की स्टेशन की पूरी ज़िम्मेदारी महिला स्टाफ कि कंधों पर रही. स्टेशन में एंट्री से लेकर टेक्नीशियन तक के काम की सभी जिम्मेदारियां महिलाओं को ही दी गई. महिला दिवस के मौके पर रेलवे के तरफ से कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है.

महिला सशक्तीकरण की मिसाल पेश

इसी कड़ी में इस बार रेलवे स्टेशन की पूरी जिम्मेदारी महिला कर्मियों को देने का फैसला किया गया. दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर मौजूद स्टेशन मास्टर कात्यायिनी धुर्वे के साथ उनकी टीम में स्टेशन मास्टर पूनम, अंजलि मलिक, सरिता शर्मा, शुष्मिता, भारती और मंजुलता ने महिला सशक्तीकरण की मिसाल पेश की है.

नारी हर जिम्मेदारी कर सकती है अपनी दम पर पूरी

इस मौके पर स्टेशन मास्टर कात्यायिनी धुर्वे ने रेलवे को इस पहल के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के पहल से ये संदेश साफ जाता है कि महिलाएं हर काम को बखूबी अंजाम देने के काबिल हैं. रेलवे स्टेशन में कई तरह की जिम्मेदारियां होती हैं जिसमें टेक्निकल काम से लेकर काफी मेहनत वाले काम भी शामिल है. इन सभी काम को सभी के सहयोग से अंजाम देकर ये संदेश दिया गया है कि नारी शक्ति हर तरह की जिम्मेदारी अपने दम पर पूरी कर सकती है. दिल्ली का सफरदगंज रेलवे स्टेशन काफी अहम स्टेशन है.यहां से काफी संख्या में लोग रोजाना आवाजाही करते हैं.