रामलला के आगमन पर PM मोदी ने चरणामृत लेकर पूरा किया अनुष्ठान, 11 दिन तक चला कठिन व्रत

अयोध्या। यूपी के अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का विधान पूरा हो गया है। 500 वर्षों से अधिक का इंतजार खत्म हो…

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अयोध्या। यूपी के अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का विधान पूरा हो गया है। 500 वर्षों से अधिक का इंतजार खत्म हो गया है। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं। श्रीराम के प्रथम दर्शन हो गए हैं। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। जिसके बाद पहली बार रामलला देशवासियों के सामने आए हैं।

राम मंदिर के गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की पूजा अर्चना की। पीएम ने ही रामलला की आंख से पट्टी खोली और कमल का फूल लेकर पूजन किया। रामलला पीतांबर से सुशोभित हैं।

उन्होंने हाथों में धनुष-बाण धारण किया है। राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न होने के बाद पीएम मोदी ने उपवास तोड़ा। पीएम मोदी ने स्वामी गोविंददेव के हाथों से जल पिया। बता दें कि पीएम मोदी 11 दिन से उपवास कर रहे थे। रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले 12 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी ने 11 दिन का विशेष अनुष्ठान शुरू किया।

पीएम मोदी ने अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान के लिए यम-नियम का कठोरता से पालन किया। इस अनुष्ठान के बारे में खुद पीएम मोदी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह उनका सौभाग्य है कि वह इस पुण्य अवसर के साक्षी बनेंगे।

पीएम मोदी ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा के यजमान के आवश्यक नियमों का खास ख्याल रखा। इसके चलते प्रधानमंत्री मोदी ने सिर्फ नारियल पानी ही पिया और जमीन पर कंबल बिछा कर सोए। यम-नियम अनुष्ठान के 11 दिन तक प्रधानमंत्री ने अन्न नहीं खाया। बता दें कि यम-नियम का पालन करना बेहद कठिन माना जाता है।