अजय देवगन बनाएंगे भारत के पहले दलित क्रिकेटर पर फिल्म, अंबेडकर के खिलाफ लड़ा था चुनाव

अजय देवगन की फिल्म ‘शैतान’ बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई कर रही है। इस बीच खबर आ रही है कि अब वह एक दलित क्रिकेटर की जीवनी पर फिल्म बनानी चाहती है।

ajay devgan | Sach Bedhadak

Ajay Devgan : अजय देवगन की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘शैतान’ बॉक्स ऑफिस पर कमाई के मामले में सरपट दौड़ रही है। अब ‘सिंघम अगेन’ 15 अगस्त को रिलीज होने के लिए तैयार है। इसके बाद उनकी फिल्म ‘मैदान’ भी कुछ दिन बाद रिलीज होगी। इसका ट्रेलर भी काफी पसंद किया जा रहा है। ‘औरो में कहां दम था’ भी संभवत: इसी साल रिलीज होगी। ‘रेड 2’ भी आने वाले प्रोजेक्ट्स में शामिल है। अब इस लिस्ट में एक और नाम शामिल हो गया है।

अजय देवगन भारत के पहले दलित क्रिकेटर पलवंकर बालू की बायोपिक बनाने जा रहे हैं। फिल्म को तिग्मांशु धूलिया के साथ बनाएंगे। अजय देवगन अभिनता और प्रोड्यूसर डबल रोल अदा करने जा रहे हैं। बालू के परिवार से फिल्म बनाने की सहमति ले ली है। फिल्म की कास्ट और डायरेक्टर को लेकर अभी कोई अपडेट नहीं है. अब जब अजय देवगन फिल्म से जुड़ गए हैं, तब फिल्म की कास्टिंग प्रोसेस में तेजी आने की संभावना है।

यह खबर भी पढ़ें:-लाल साड़ी, मांग में सिंदूर और बालो में गजरा…’पुष्पा 2′ से रश्मिका मंदाना का फर्स्ट लुक वायरल

कौन थे पलवंकर बालू ?

अजय देवगन जिस दलित क्रिकेटर पलवंकर बालू पर फिल्म बनाने जा रहे हैं उनका जन्म 19 मार्च, 1876 को हुआ था। 19 मार्च 1876 को पलवंकर बालू का जन्म हुआ. 17 की उम्र में वो पुणे के एक इंग्लिश क्रिकेट क्लब में काम करने लगे. उनका काम ग्राउंड स्टाफ का था। इसके तहत पिच रोल करना, मैदान की सारसंभाल और नेट्स लगाना उनकी जिम्मेदारी थी। यहीं उन्होंने गेंदबाजी करनी शुरू की. फिर बॉम्बे में हिन्दू जिमखाना के लिए खेलना शुरू किया। 1911 में ऑल इंडियन क्रिकेट टीम का हिस्सा बने। ये टीम इंग्लैंड गई. यहां इस लेफ्ट आर्म स्पिनर ने 23 मैचों में कुल 114 विकेट अपने नाम किए।

चूंकि पलवंकर बालू भारत के पहले दलित क्रिकेटर थे. दलित होने की वजह से उन्होंने अपने करियर के दौरान कई तरह के भेदभाव का भी सामना किया। ऐसा कहा जाता है कि उनका लंच अलग रखा जाता था। जब बालू मैदान में विकेट लेते, तो टीम के खिलाड़ी उनके साथ जश्न नहीं मनाते थे। मैदान के बाहर उनके खाने-पीने के बर्तन अलग थे। मैदान में जाने से पहले उन्हें अपने बर्तन खुद ही साफ करने होते। बाकी खिलाड़ी उनके साथ उठते-बैठते भी नहीं थे। आगे चलकर उन्होंने राजनीति में भी एंट्री की।

यह खबर भी पढ़ें:-150 करोड़ रुपए लेकर ‘रावण’ बनेंगे यश, लुक्स और फिजीक पर काम शुरू